प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने शनिवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े मुस्लिम संगठन मुस्लिम राष्ट्रीय मंच (एमआरएम) से एक कार्यकर्म को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीरी छात्रों को कम उम में ही ‘पकड़’ लेंना चाहिए ताकि उन्हें भटकने से रोका जा सके.
उन्होंने आगे कहा, ”कश्मीरी युवा अब जाग चुके हैं और समस्या सिर्फ उस पीढ़ी की है जिससे मैं आता हूं. यह हमारी जिम्मेदारी है कि इन नौजवानों को बर्बाद न होने दें.” उन्होंने कहा, ”हमें इन बच्चों को तभी पकड़ लेना चाहिए जब वे कक्षा 8…10 में हों क्योंकि बाद में उन्हें भटकाया जाता है. पहली गलतफहती उनके अभिभावक होते हैं, बाद में (उनमें) कंफ्यूजन पैदा होती है.”
कश्मीरी छात्रों को लेकर किये गये कार्यकर्म का मकसद बताते हुए एमआरएम संरक्षक इंद्रेश कुमार ने कहा कि इस कार्यक्रम करा संदेश था कि ‘कश्मीर भारतीयों का है और भारत कश्मीरियों का. कश्मीर और भारत कभी अलग नहीं थे और न कभी होंगे.”
उन्होंने आगे कहा, ”हर कश्मीरी… दिल से भारतीय है… जो शांति चाहता है संघर्ष नहीं.” सिंह ने कहा कि राज्य से बाहर रह रहे नौजवानों की मदद करना सरकार का कर्तव्य है मगर ‘कुछ मुद्दे राज्य सरकारों के सामने भी उठाने पड़ेंगे.