रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा आज दोपहर कानपुर जिला अस्पताल में इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन हादसे में घायलों से मिलने पहुंचें. इस दौरान उन्होंने घायलों को मदद स्वरुप कुछ रूपये दिए लेकिन उन नोटों में ज्यादातर 500 रुपए के पुराने नोट थे. जिन्हें देखकर घायलों ने लेने से मना कर दिया.
हादसे में घायल हुई पटना की रहने वाली रंजो देवी ने बताया कि दोपहर में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा आए थे. उन्होंने घायलों को 5000-5000 रुपए बांटे, जिसमें 500 रुपए के पुराने भी नोट थे. हमें भी 5000 रुपए दिए, लेकिन उसमें 500 रुपए के पुराने नोट होने की वजह से लेने से मना कर दिया.
रंजो ने सवाल उठाया कि जब सरकार ने खुद 500 और 1000 रुपए के नोट बंद कर दिया है, तो फिर हमें क्यों बांटे जा रहे हैं। क्या ये लोग हमें मुर्ख समझ रखे हैं? एक तो घायल हैं और दूसरे नोट चेंज कराने के लिए घंटों लाइन में खड़े होने जाएं.
गौरतलब रहें कि इंदौर-पटना एक्सप्रेस कानपुर से लगभग 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में इंदौर से पटना जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी. इस हादसें में 115 लोगों की मौत हो गई. वहीँ 76 लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं और 150 लोगों को हल्की चोटें आई हैं.