नई दिल्ली | नोट बंदी के बाद पूरा देश किसी न किसी कारण से बैंकों के आगे कतार में खड़ा है. किसी को घर में रखे पैसे बैंक में जमा करने है तो किसी को बैंक से पैसे निकालने है. जब पूरा देश लाइन में लगा हुआ है तो कुछ लोग सवाल पूछ रहे है की आखिर नेताओ और बड़े उधोगपतियो का पैसा कैसे बदला जा रहा है. इसके अलावा लोगो के अन्दर यह जानने की भी जिज्ञासा है की इन लोगो के पास कितना कैश मौजूद है.
एक रिपोर्ट के अनुसार केंद्र सरकार के सभी मंत्रियो के पास नोट बंदी से पहले काफी कैश मौजूद था. सबसे ज्यादा कैश रखने वाले मंत्रियो में वित्त मंत्री अरुण जेटली का नाम सबसे ऊपर है. इसके बाद श्री प्रसाद येसो नायक और हंसराज अहीर का नम्बर आता है. मालूम हो की प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सभी विधायको और सांसदों को आदेश दिया है की वो अपने बैंक खातो की डिटेल अमित शाह के पास जमा कराये.
कॉमनवेल्थ ह्मूमन राइट्स इनिश्येटिव (CHRI ) ने एक रिपोर्ट जारी कर जायदातर मंत्रियो की कैश डिटेल साझा की है. इस रिपोर्ट में बताया गया की प्रधानमंत्री मोदी ने सभी मंत्रियो से अपनी संपत्ति और नकदी का ब्यौरा, हर साल प्रधानमंत्री कार्यलय में जमा करने का आदेश दिया था. पिछले वित्त वर्ष में ज्यादातर मंत्रियो ने अपनी संपत्ति और नकदी का ब्यौरा प्रधानमंत्री कार्यालय में जमा कराया है जबकि कुछ मंत्रियो ने अभी तक कोई भी ब्यौरा पीएम को नही सौपा है.
रिपोर्ट के अनुसार केन्द्र सरकार में वित्त मंत्री अरुण जेटली के पास सबसे अधिक नकदी है. 31 मार्च 2016 को दिए गए ब्योरे में अरुण जेटली ने बताया की उनके पास 65 लाख रूपए नकद है. जबकि येसो नायक के पास 22 लाख और हंसराज अहीर के पास 10 लाख रूपए नकदी के तौर पर थे. एक अंग्रेजी दैनिक ‘ द हिन्दू ‘ के अनुसार 23 मंत्री ऐसे है जिनके पास दो लाख से कम रूपए नकदी के रूप में थे. 76 मंत्रियो में से 40 ने अपनी संपत्ति की डिटेल पीएम कार्यलय में जमा की है.