नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री केजी अल्फोंस इन दिनों चीन की यात्रा पर हैं। वह टूरिस्ट को बढ़ावा देने के लिए चीन पहुंचे। इस मौके पर उन्होने कहा कि बीफ पर प्रतिबंध लगाने से टूरिज्म पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। हालांकि लिंचिंग और रेप की घटनाओं के कारण देश के टूरिज्म पर थोड़ा बहुत असर जरूर हुआ है।
अल्फोंस ने मंगलवार को भारतीय पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि खैर लिंचिंग नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने भी लिंचिंग करने वालों को क्रिमिनल बताया है और पीएम ने राज्यों से कहा कि आपको कार्रवाई करनी है क्योंकि कानून-व्यवस्था राज्य का विषय है।
उन्होने कहा, भारत में बीफ बैन का असर भी विदेशी टूरिज्म पर नहीं पड़ा, क्योंकि केरल और नॉर्थ ईस्ट के राज्यों में बीफ आसानी से उपलब्ध है। केंद्रीय मंत्री ने कहा “हकीकत में देखा जाए तो यह कोई मामला नहीं है। केरल, गोवा और पूर्वोत्तर के प्रदेशों में बीफ खाया जाता है। ये सब प्रदेश पर्यटन के लिहाज से अच्छे हैं। इसलिए लोगों को जहां अच्छा लगता है, वे वहां जाते हैं।”
भारत में लिंचिंग की बढ़ती घटनाओं के सवाल के जवाब में मंत्री ने कहा कि इस तरह की किसी भी घटना से देश की छवि को नुकसान पहुंचता है। हम ये बिल्कुल नहीं कह सकते कि इस तरह की घटनाओं से देश की इमेज प्रभावित नहीं होती।एक चीनी पत्रकार ने जब मंत्री से पूछा कि भारत में विदेशी महिला टूरिस्ट की सुरक्षा के लिए सरकार ने क्या कदम उठाए हैं।
मंत्री ने कहा कि सरकार का पूरा फोकस महिलाओं की सेफ्टी पर है और इसे लेकर कई तरह के कदम उठाए गए हैं. हाल ही में कुछ मीडिया रिपोर्ट में भारत को महिलाओं के लिए सबसे खतरनाक देश बताया गया था। मंत्री ने कहा कि इस तरह की मीडिया रिपोर्ट जो पूर्वाग्रह से ग्रसित होती हैं उनसे निपटना बड़ी चुनौती है।