हनोई. उत्तर कोरिया के शासक किम जोंग उन और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के बीच बुधवार को दूसरी बार हनोई में बातचीत होगी। इसी शहर पर अमेरिका ने 18 दिसंबर 1972 में दो बॉम्बर्स से बम गिराए थे।
मुलाकात से पहले ट्रम्प ने किम को अपना दोस्त बताते हुए कहा कि उत्तर कोरिया के पास महान बनने का मौका है। ऐसा इतिहास में पहले कभी नहीं हुआ। किम मंगलवार को ट्रेन से 4 हजार किमी की यात्रा कर वियतनाम पहुंचे। दोनों नेताओं के बीच पिछले साल 12 जून को सिंगापुर में बातचीत हुई थी।
हनोई रवाना होते वक्त ट्रम्प ने ट्वीट कर किम के साथ बातचीत सफल होने की बात कही थी। ट्रम्प ने यह भी कहा कि पूरी तरह से परमाणु हथियार खत्म करने के बाद उत्तर कोरिया तेजी से आर्थिक शक्ति का केंद्र बन जाएगा। मुझे उम्मीद है किम समझदारी भरा फैसला लेंगे। मुझे किसी तरह की जल्दी नहीं है। मैं किसी को टेस्ट करने भी नहीं जा रहा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार व्हाइट हाउस की प्रवक्ता ने एयरफोर्स वन में मीडिया को बताया कि दोनों नेता साथ में खाना भी खाएंगे। इस दौरान उनके करीबी सलाहकार साथ होंगे। स्थानीय अधिकारी होआंग थी थुय ने कहा कि वह किम की झलक पाने के लिए सुबह होने से पहले से ही सर्दी और बारिश में इंतजार कर रही थी। इससे पहले किम जोंग उन के दादा किम दो सुंग 1964 में वियतनाम यात्रा पर आए थे।
थुय ने एएफपी से कहा, ‘जब ट्रेन के आने के लिए अपनी जगह पर खड़े होने को कहा गया तो मैं बेहद उत्साहित हुई। हमने दूर से किम को देखा। मुझे बेहद खुशी हुई, इसे बयां कर पाना मुश्किल है।’ परंपरागत माओ स्टाइल का काला सूट पहने और अंगरक्षकों से घिरे किम हनोई जाने के लिए मर्सिडीज बेंज और वाहनों के काफिले के साथ रवाना हुए।