दिल्ली में आज आम आमी पार्टी के केजरीवाल सरकार को पूरे एक साल हो गए. इस एक साल पूरा होने पर सरकार की ओर से तरह-तरह के दावे पेश किए. उपलब्धियां गिनवाई गईं. लेकिन दूसरी हक़ीक़त यह है कि दिल्ली की विधानसभा में 70 में से 67 विधायक लेकर आई इस सरकार के कामकाज को लेकर कुछ देसी-विदेशी भारतीय नाखुश हैं. खासतौर पर वो कार्यकर्ता, जिन्होंने आम आदमी पार्टी के लिए तन-मन-धन से काम किया था या कर रहे हैं. उनके मुताबिक़ अब वे इस पार्टी के विज़न और पारदर्शिता में भटकाव देखते हैं.
इंग्लैंड में ‘शैडो कैबिनेट’ बनाने की परंपरा पहले से ही रही है. विपक्ष द्वारा इस कैबिनेट के ज़रिये सरकार के कामकाज पर नज़र रखी जाती है. अतः भारत में भी ‘शैडो कैबिनेट’ बनाने का विचार कुछ विदेश में रह रहे भारतीयों के मन में आया है. क्योंकि ‘गुड गवर्नेंस’ लाने की होड़ में ईमानदार `राम रहीम` को ही निकाला जाता है. भक्त चमचे और मस्त-राम मलाई खाते हैं.
क्या है शैडो कैबिनेट?
जनता का अपने सेवकों पर नज़र रखने और अपने पैसे का हिसाब लेने का साझा अधिकार है शैडो कैबिनेट. नेता चुने जाने और सरकार में आने से पहले अपने आपको जनता का सेवक या चौकीदार कहते हैं. सपने दिखाना फैशन हैं. जनता को रंगीन सपने दिखाय जाते हैं. लेकिन सत्ता में आते ही उनके तेवर बदल जाते हैं. 5 साल तक जनता में फूट डालकर राज किया जाता है. बेबस जनता के पास कोई अधिकार नहीं है, जिससे वह खुद को और अपने जेब को सुरक्षित रख सके.
शैडो कैबिनेट की ज़रुरत क्यों ?
जनता को एक ऐसी व्यवस्था की ज़रुरत है, ताकि वह अपनी जेब से निकले हर रूपये का हिसाब ले सके. आज जनता के सम्बन्ध अपने नगर सेवकों से टूट गए हैं. ‘शैडो कैबिनेट’ सरकार के विरोध में नहीं, बल्कि जनता के कामों को गति देने के लिए सहयोग करेगा.
साथ ही इस बात पर भी नज़र रखेगा कि क्या जनता के पैसे का सही इस्तेमाल हो रहा है? इस बात को भी सुनिश्तित किया जायेगा कि जनता के कष्टों का सही समय पर समाधान हो. यही शैडो कैबिनेट का मक़सद है.
नगर सेवकों पर जनता की नज़र और शिकंजा
शैडो कैबिनेट के लोग जनता के साथ घुल-मिलकर संवाद करके जनता और सरकार के नुमाइंदों व सरकारी विभागों के बीच एक पुल का काम करेंगे.
शैडो कैबिनेट का स्वरुप और रोड मैप
सरकार पर पैनी नज़र रखने के लिए एक शैडो कैबिनेट होगा. लोगो का मानना है कि हमें जनता में से ही कुछ ऐसे चेहरों को इस शैडो कैबिनेट में शामिल करना होगा, जो एक सक्षम शैडो कैबिनेट मंत्री का दायित्व निभा सकें ताकि जनता के पैसे का कोई दुरूपयोग न हो. जनता के दुःख दर्दों को सुनकर दूर किया जा सके.
शैडो कैबिनेट मंत्री जनता और सरकार के बीच इस खाई को पाटने का काम करेंगे. चुने हुए नगर सेवकों से जनता के रुके हुए काम करवाने का काम शैडो कैबिनेट करेगा.
शैडो कैबिनेट में 6 मंत्री होंगे
इन मंत्रियों को शैडो कैबिनेट या छाया मंत्रीमंडल कहा जायेगा. जो अपनी पूरी क्षमता ईमानदारी, लगन व कार्यकुशलता से अलग-अलग विभागों का काम देखेंगे. ये सभी मंत्री अपने अपने क्षेत्रों के एक्सपर्ट होंगे. शैडो कैबिनेट के सभी मंत्री अवैतनिक होंगे, जो एक दूसरे तथा जनता की मदद से काम करेंगे. शैडो कैबिनेट का कार्यकाल 5 वर्ष का होगा.
शैडो कैबिनेट की जनता के हक़ में जिम्मेदारी
आज जनता के सम्बन्ध अपने नगर सेवकों से टूट गए हैं. शैडो कैबिनेट सरकार के विरोध में नहीं, बल्कि जनता के कामों को गति देने के लिए प्रतिबद्ध होगा. जनता के पैसे का सही इस्तेमाल हो. इस बात को भी सुनिश्तित किया जायेगा. जनता की समस्याओं का सही समय पर समाधान हो, यही शैडो कैबिनेट का असल मक़सद है.
शैडो कैबिनेट की घोषणा के बाद जनता द्वारा इसका गठन किया जायेगा. शैडो कैबिनेट को आप पार्टी से जुड़े अनेक कार्यकर्ताओं और आम जनता के बहुत से लोगों का मौन समर्थन प्राप्त है. (Beyond Headlines)