जम्मू-कश्मीर के कठुआ में आठ साल की बच्ची के साथ मंदिर में सामूहिक बलात्कार और हत्या के मामले में आरोपी विशाल जंगोत्रा के परिवार का दावा झूठा साबित हुआ है. जिसमे कहा गया था कि वारदात के वक्त वह मेरठ में परीक्षा दे रहा था.
दरअसल, फोरेंसिक रिपोर्ट में सामने आया है कि आरोपी विशाल का सिग्नेचर उस सिग्नेचर से मेल नहीं खाया जो उसने कथित तौर पर मेरठ में अपनी एग्जाम शीट पर की थी. इस बात का खुलासा सेंट्रल फॉरेंसिक साइंसेस लेबॉरेटरी (CFSL) की रिपोर्ट में हुआ है.
सेंट्रल फॉरेंसिक साइंसेस लेबॉरेटरी (CFSL) की और से जम्मू-कश्मीर पुलिस को सोंपी गई रिपोर्ट में सामने आया कि विशाल जंगोत्रा की एग्जाम शीट पर किसी और ने सिग्नेचर किया था.
ध्यान रहे विशाल जंगोत्रा के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में दलील दी थी कि विशाल जंगोत्रा सात जनवरी से 10 फरवरी तक मुजफ्फरनगर में तीनों गवाहों के साथ था. उस दौरान वह तीनों गवाहों के साथ मेरठ में परीक्षा में शामिल हुआ.
ऐसे में अब क्राइम ब्रांच ने विशाल जंगोत्रा के तीन दोस्तों साहिल शर्मा, सचिन शर्मा और नीरज शर्मा को नोटिस जारी कर सोमवार को तीनों को पूछताछ के लिए बुलाया है.