जम्मू के कठुआ जिले के रासना गाँव में 8 साल की मासूम के साथ मंदिर में सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के मामले में शुरू से ही कट्टरपंथी हिन्दू संगठनों ने आरोपियों को बचाने के लिए पीड़ित परिवार और जांच एजेंसी को दबाव में लाने की हर कोशिश की.
एक बार फिर से इस मामले को सांप्रदायिक रूप देते हुए आरोपियों के वकील की और से लोगों को पीड़ित परिवार के खिलाफ भड़काने के काम किया जा रहा है. वकील का एक वीडियो सामने आया है. जिसमे वह लोगों को गुज्जर और बकरवाल समुदाय (इसी समुदाय की कठुआ गैंगरेप पीड़िता थी) के खिलाफ लोगोंं को भड़काता नजर आ रहा है.
वीडियो में वकील कहता दिखाई दे रहा है, “कठुआ गैंगरेप का मामला आपको यह महसूस कराने के लिए किया गया है कि आप लोग कितने कमजोर लोग हो, अगर गुज्जर और बकरवाल लोगों के खिलाफ कुछ भी निगेटिव होता है तो देखो तुम्हारा क्या हाल होता है.”
वकील यह भी कह रहा है, “अच्छी बात है कि कुछ लोग इसके खिलाफ उठे हैं, लेकिन यह यहीं पर नहीं रुकना चाहिए.” वह कह रहा है, “आज से अपनी जमीन उन लोगों को नहीं देनी है और ना ही उन्हें आर्थिक रुप से मजबूत होने देना है.”
हालांकि यह पहली बार नहीं हो रहा है. इससे पहले वकील आरोपियों के समर्थन में एक रैली का आयोजन कर चुका है. इसी रैली के दौरान कुछ भाजपा नेता और राज्य सरकार में मंत्री भी नजर आए थे. जिसके बाद मामला बढ़ने पर दोनों नेताओं का अपना इस्तीफा देना पड़ा था.