जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की अपराध शाखा ने मंगलवार को कठुआ दुष्कर्म-हत्या मामले में बचाव पक्ष के वकील द्वारा तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने को लेकर अदालत का दरवाजा खटखटाने का फैसला किया है.
अधिकारियों ने बताया कि पुलिस ने उस सीडी का संज्ञान लिया है जिसमें एक प्रत्यक्षदर्शी को यह कहते सुना जा सकता है कि अपराध शाखा ने बच्ची से रेप के एक आरोपी विशाल शर्मा के खिलाफ बयान देने का उस पर दबाव बनाया.
अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हुई सीडी वकील ने उपलब्ध करवाई थी और इसे मजिस्ट्रेट के समक्ष गवाह के बयान के तौर पर पेश किया. हालांकि शुरुआती जांच में पता चला कि वकील ने इसे अदालत परिसर के बाहर तैयार किया ताकि जनता को भ्रमित किया जा सके और सरकार के खिलाफ असंतोष पैदा किया जा सके.
एक अधिकारी ने कहा , ‘यह निश्चित ही मामले के गवाह को धमकाने के प्रयास का मामला है और इस मामले से जुड़ी संवदेनशीलता को ध्यान में रखते हुए हमें तुरंत दखल देने की जरूरत है.’ ध्यान रहे आरोपी शर्मा इस मामले के मुख्य साजिशकर्ता सांजी राम का बेटा है.
बता दे कि इससे पहले मीडिया में झूठी खबर फैलाई गई थी कि बच्ची के साथ बलात्कार ही नहीं हुआ था. जिसके बाद अपराध शाखा ने कहा था कि चिकित्सा विशेषज्ञों ने आठ वर्षीय बच्ची के साथ यौन उत्पीडऩ और हत्या की पुष्टि की. जिसके बाद ही सारी कानून औपचारिकताओं को पूरा करने के साथ अदालत में आरोप-पत्र दाखिल किया गया.