नई दिल्ली : जेएनयू छात्रसंघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार की रिहाई के बाद वहां के छात्रों ने जश्न मनाया. कन्हैया के गांव में भी समय से पहले ही होली का माहौल हो गया. इन सब के बीच सोशल मीडिया पर भी कन्हैया टॉप ट्रेंड बन गया. कन्हैया के ट्रेंड से नेता भी खुद को दूर नहीं कर पाए और एक के बाद एक बयान आने लगें.
केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा कि ‘मैंने कई बार बोला था मोदी जी, स्टूडेंट्स से पंगे मत लो. मोदी जी नहीं माने.’ इसके साथ ही उन्होंने ट्वीट कर खुलकर कन्हैया के भाषण की प्रशंसा की. मनीष सिसौदिया कन्हैया और जेएनयू ने देश में फर्ज़ी राष्ट्रवादियों की खतरनाक विचारधारा के खिलाफ निर्णायक जंग की उम्मीद जगा दी है
दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया ने भी ट्वीट करके कहा, ‘कन्हैया और जेएनयू ने देश में फर्जी राष्ट्रवादियों की खतरनाक विचारधारा के खिलाफ निर्णायक जंग की उम्मीद जगा दी है.’
अक्सर अपने बयानों को लेकर विवादों में रहने वाले यूपी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने कहा है कि कन्हैया कुमार के खिलाफ जब दिल्ली पुलिस को कोई सबूत नहीं मिला, तो कोर्ट को दूसरे लोगों की बातों पर भी गौर करना चाहिए. इसके साथ ही अलग-अलग बातें कहीं जा रही थी. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘कन्हैया का भाषण अत्याधिक राजनैतिक है और वैचारिक है ज़रूर सुनिये.’
बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी कन्हैया कुमार का बचाव. गृह मंत्री राजनाथ सिंह और दिल्ली पुलिस पर साधा निशाना. तेजस्वी यादव ने कहा कि राजनाथ सिंह कन्हैया के तार हाफिज सईद से जोड़ रहे थे, दिल्ली पुलिस पूरे सबूत होने का दावा कर रही थी, सारे दावे गलत निकले. तेजस्वी ने कहा कि कन्हैया के खिलाफ जिन वीडियो के आधार पर कार्रवाई की गई वो नकली निकले. सवाल ये है कि कार्रवाई से पहले ही वीडियो की जांच क्यों नहीं कराई गई. (ABP)