देश की राजधानी में स्थित जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) में अब दहेज़ के खिलाफ एक अभियान शुरू किया गया हैं. इस अभियान की शुरुआत के साथ ही बिना दहेज़ के निकाह की रस्म को अदा किया गया. साथ ही दहेज़ विरोधी पोस्टर्स के साथ दहेज़ न लेने और न देने की कसम खाई गई.
JNU के छात्र इम्तियाज़ की शादी में टेंट और खाने के अलावा एक ऐसी भी चीज़ थी, जो न सिर्फ़ लोगों की नज़रों को अपनी तरफ खींच रही थी, बल्कि उनके ज़मीर को भी जगा रही थी. इस शादी की खासियत दूल्हा-दुल्हन के साथ ही टेंट में दिखाई दे रहे वो पोस्टर भी थे, जिन पर दहेज का विरोध करने का एक प्रयास किया गया था.
इस निकाह में न कोई बैंड था न कोई बारात. जगह-जगह पर निकाह के बारें में शरियत के खिआफ जाकर किए जाने फिजूल कामों की मजम्मत में पोस्टर लगे हुए थे.
इसके अलावा मेहमानों को हदीस ए नबवी (सल्ल.) के जरिए निकाह की अहमियत को समझाने और गैर शरई कामों से दूर रखने के पैगाम देने की कोशिश की गई.