दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में ABVP कार्यकर्ताओं से हुई पिटाई के बाद लापता हुए छात्र नजीब अहमद को पांच दिन से ज्यादा का वक्त हो चूका हैं. लेकिन अब तक नजीब के बारें में कुछ भी पता नहीं चल पाया हैं.
बीती रात नजीब अहमद के मामले में कारवाई होती न देख नाराज छात्रों ने वीसी (वाइस चांसलर) और दूसरे प्रशासनिक अधिकारियों को बंधक बना लिया. छात्रों का आरोप है कि प्रशासन इस मामले में लापरवाही बरत रहा है. हालांकि छात्र नेता इसे बंधक मानने से इनकार कर रहे हैं, लेकिन मांगे पूरी होने से पहले वो उन्हें छोड़ने को भी तैयार नहीं हैं.
जेएनयू के कुलपति प्रो. एम. जगदीश कुमार ने देर रात ट्वीट कर कहा कि कि अधिकारियों ने रात 2.20 बजे एडमिन बिल्डिंग से बाहर आने की कोशिश की लेकिन जेएनयू छात्रों ने नहीं निकलने दिया. देर रात उन्होंने खुद छात्रों से बात की कि कई लोगों की तबीयत खराब हो रही है, उन्हें जाने दिया जाए। लेकिन छात्र नहीं माने.
We tried to go out of admin building @ 2.20am. Agitating JNU Students did not let us go out.
— Mamidala Jagadesh Kumar (@mamidala90) October 19, 2016
जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष मोहित कुमार पांडे ने मीडिया को बताया कि जेएनयू प्रशासन नजीब के बारे में कुछ सोच ही नहीं रहा है. ऐसे में हमने राष्ट्रपति और दिल्ली के उपराज्यरपाल से मिलकर छात्र को जल्द से जल्दा खोजने की गुहार लगाने का फैसला किया है.
गौरतलब रहें कि नजीब अहमद 15 अक्टूबर से लापता है. लापता होने से एक दिन पहले 14 अक्टूबर को माही मांडवी हॉस्टल में एबीवीपी के कार्यकर्ताओं ने उसके साथ मारपीट की थी. जिसके अगले दिन से वह लापता हैं.