जब अपने से 31 साल बड़े एम्जीआर से बढ़ी जयललिता की नजदिकिया , जानिये ऐसे ही और किस्से..

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चेन्नई | तमिलनाडु की छह बार मुख्यमंत्री रह चुकी जयललिता का कल रात निधन हो गया. जयललिता 68 साल की थी. जयललिता का जन्म 24 फरवरी 1948 को मैसूर में हुआ था. जब जयललिता की उम्र 2 साल थी तभी उनके पिता का निधन हो गया. उनकी माँ तमिल फिल्मो की मशहूर अदाकारा रही है. पिता की मौत के बाद उनकी माँ ने अपना नाम वेदवल्ली से बदलकर संध्या रख लिया. इस दौरान जयललिता अपनी मौसी और नाना-नानी के यहाँ कर्नाटक में रहने लगी.

मौसी की शादी के बाद जयललिता वापिस अपनी माँ के पास चेन्नई आकार रहने लगी. जयललिता पढने में काफी होशियार थी. उन्होंने हायर सेकंड्री की परीक्षा में पुरे तमिलनाडु में दूसरा स्थान हासिल किया था. लेकिन फिर भी उनकी माँ उनको फिल्मो में अभिनय कराने की जिद्द पर अडी थी. 15 साल की उम्र से उन्होंने फिल्मो में अभिनय करना शुरू कर दिया. उन्होंने उस दौर के मशहूर तमिल अभिनेता एम्जीआर के साथ काफी फिल्मे की. यही से एम्जीआर के साथ उनकी नजदिकिया बढ़ी.

कहते है एम्जीआर, जयललिता से 31 साल बड़े थे. एक बार राजस्थान में शूटिंग करते हुए जब जयललिता के पैर गर्म रेत में जलने लगे तो एम्जीआर ने उन्हें अपनी गोद में उठा लिया था. यह सभी जानते थे की एम्जीआर के दिल में जयललिता के लिए सॉफ्ट कार्नर था. जब एम्जीआर ने AIADMK पार्टी बनायीं तो 1982 में उन्होंने जयललिता को पार्टी की सदस्यता दिलवाई. 1984 में एम्जीआर ने उन्हें राज्यसभा भेजा और 1989 तक वो सांसद रही.

1987 में जब एम्जीआर का निधन हो गया तो उनकी पत्नी जानकी ने जयललिता को उनसे नही मिलने दिया. राजा जी मॉल में जहाँ एम्जीआर का पार्थिव शरीर रखा गया था वहां तक पहुंचने के लिए जयललिता को काफी मशक्कत करनी पड़ी. बताते है की जयललिता 22 घंटे तक एम्जीआर के शव के पास खड़ी रही. इस दौरान जानकी के रिश्तेदारों ने जयललिता के पैर तक कुचल दिये लेकिन वो वहां से टस से मस नही हुई.

जयललिता ने करीब 300 फिल्मो में काम किया है. उन्होंने धर्मेन्द्र के साथ इज्जत फिल्म में काम किया था. जयललिता उस समय की सबसे बोल्ड अभिनेत्री मानी जाती थी. उन्होंने उस दौर में स्कर्ट पहनने का चलन शुरू किया था. वेन्नीरा अदाई (सफेद लिबास) में काम करते समय जयललिता की उम्र 16 साल थी. इस फिल्म को ‘ए’ सर्टिफिकेट दिया गया था जिसकी वजह से वो खुद यह फिल्म नही देख पाई थी.

करीब 14 साल तक जयललिता ने कोई गहना नही पहना. इसका कारण यह था की 1997 में DMK की सरकार ने उनका सारा गहना जब्त कर लिया था. तब से 2011 तक उन्होंने कोई गहना धारण नही किया. 2011 में समर्थको के कहने पर उन्होंने गहने पहनने शुरू किये. जयललिता का घर का नाम अम्मो था इसलिए जब 1991 में उन्होंने भारी जीत हासिल की तो लोगो ने उन्हें अम्मा कहना शुरू कर दिया.

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