ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने आज हैदराबाद के ऐतहासिक चार मीनार के पास स्थित 400 वर्ष पुरानी मक्का मस्जिद में जुमे की नमाज अदा की. मक्का मस्जिद में नमाज अदा करने वाले हसन रूहानी पहले ईरानी राष्ट्रपति हैं.
इस दौरान उनके साथ साथ तेलंगाना के उप मुख्यमंत्री महमूद अली और ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी समेत कई गण्यमान्य लोगों ने भी नमाज अदा की.
ध्यान रहे मक्का मस्जिद का निर्माण कार्य शिया शासक सुलतान मोहम्मद द्वारा 1616-17 में शुरू किया था और इसे सुन्नी शासक आसफ जाह ने पूरा कराया था.
इस दौरान उन्होंने कहा किकहा कि “इस्लाम के दुश्मन” हिंसा के धर्म के रूप में इस्लाम को बदनाम करना चाहते है. “इस्लाम हिंसा का धर्म नहीं है. इस्लाम धर्म दया का धर्म है.”
उन्होंने आगे कहा कि, ईरान, राजनयिक समस्याओं के लिए सैन्य समाधान में विश्वास नहीं करता है, लेकिन “जब युद्ध शुरू हो जाता है, तब लोगों को खुद का बचाव करने के लिए कोई दूसरा विकल्प नहीं होता.”
रूहानी ने कहा कि उनका देश अफगानिस्तान, सीरिया, इराक और यमन में लोगों के लिए “बाधाओं” को दूर करना चाहता है. लेकिन इसका समाधान का तरीका सैन्य नहीं है.