‘भारतीय मुसलमानों का आतंकवाद के विरुद्ध कार्यक्रम

अखिल भारतीय आतंकवाद विरोधी सुन्नी कांफ़्रेंस चार को जयपुर में: भारत के सुन्नी सूफी मुस्लिम की प्रतिनिधि सभा ऑल इंडिया तंज़ीम उलेमा ए इस्लाम जयपुर में चार मार्च को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी सुन्नी कांफ़्रेंस करने जा रही है। कांफ़्रेंस में देश भर के प्रख्यात सूफ़ी विचारक आतंकवाद के विरुद्ध अपने विचार प्रकट करेंगे। आठ फरवरी को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में क़रीब 10 हज़ार सूफ़ियों का कामयाब सम्मेलन के बाद तंज़ीम एक बार फिर बड़ा कार्यक्रम जयपुर में करने जा रही है।

तंज़ीम उलेमा ए इस्लाम का एक और क़दम: 

  • लंदन से क़मरुज़्ज़माँ आज़मी शरीक़ होंगे
  • देश भर के प्रख्यात वक्ता देंगे संबोधन
  • एमएसओ के सहयोग से होगा सम्मेलन

तंज़ीम के प्रवक्ता इंजीनियर शुजाअत अली क़ादरी ने बताया कि चार मार्च को जयपुर में होने वाले विशाल सम्मेलन में मुख्य वक्ता वर्ल्ड इस्लामिक मिशन लंदन के महासचिव अल्लामा क़मरउज़्ज़मान आज़मी होंगे जबकि अध्यक्षता तंज़ीम उलामा ए इस्लाम के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ़्ती अशफ़ाक़ हुसैन क़ादरी करेंगे।

अन्य विशिष्ट अतिथियों में दरगाह मखदूम अशरफ़ किछौछा (अंबेडकरनगर, उत्तर प्रदेश) के सय्यद महमूद अशरफ किछौछवी, दरगाह अलहज़रत बरेली शरीफ के मौलाना मन्नान रज़ा खान मन्नानी मियाँ, रज़ा अकादमी मुम्बई के मौलाना सईद नूरी, दरगाह ख्वाजा ग़रीब नवाज़ अजमेर शरीफ के सय्यद वाहिद हुसैन चिश्ती, ख़ानक़ाह रब्बनिया, जबलपुर के सय्यद कौसर रब्बानी, जमीअत सक़ाफ़िया कालीकट केरल के शेख अबूबकर, दिल्ली के दरगाह हज़रत निजामुद्दीन औलिया के सय्यद नाज़िम निज़ामी, जम्मू कश्मीर प्रान्त के तंजीम के अध्यक्ष मौलाना सखी राठोर, पंजाब प्रान्त के मौलाना आरिफ रज़ा, राजस्थान के मुफ़्ती आज़म मुफ़्ती शेर मुहम्मद जोधपुर, सुन्नी तबलीगी जमात नागोर के मौलाना हनीफ़ नूरी, राजस्थान मदरसा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष मौलाना फज़ले हक़ कोटवी, राजस्थान उर्दू एकेडमी के पूर्व चेयरमैन डॉ हबीब उर रहमान  नियाज़ी, दिल्ली प्रदेश के तंजीम अध्यक्ष मौलाना शाकिरुल क़ादरी, हैदराबाद के शेख सलीम पाशा, जयपुर के मुफ़्ती अब्दुल सत्तार रजवी और मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइज़ेशन के अध्यक्ष सय्यद मुहम्मद क़ादरी के नाम प्रमुख हैं।

क़ादरी ने बताया कि कार्यक्रम में दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम की तरह 10 हज़ार या इससे अधिक सुन्नी सूफ़ी लोग शरीक़ होंगे। दिल्ली की माँगों को जयपुर में दोहराया जाएगा। इसमें भारत और राजस्थान में मुस्लिम मामलात में राजनीतिक नियुक्तियों में वहाबी लोगों को बाहर कर सूफ़ी लोगों को प्रतिनिधित्व देने की माँग की जाएगी। तंज़ीम उलामा ए इस्लाम का मानना है कि भारत और राजस्थान के मुस्लिम मामलात के वक़्फ़ और हज के ज़िम्मेदार पदों पर वहाबियों का क़ब्ज़ा है जिसके कारण सुन्नी सूफ़ी समुदाय के राजनीतिक हितों का नुक़सान हो रहा है और वक़्फ़ सम्पत्तियों का देश के हितों के विरुद्ध इस्तेमाल हो रहा है। तंज़ीम ने कहाकि दिल्ली की तरह जयपुर में भी भारत सरकार और राजस्थान सरकार के नाम ज्ञापन तैयार किया जाएगा जिसमें माँगों के अतिरिक्त यह भी समझाया जाएगा कि कट्टरवादी वहाबी चेहरों को संवैधानिक संस्थाओं से कैसे बाहर किया जाए। यह भी बताया जाएगा कि जिन देशों में किसी ज़माने में वहाबी आतंकवाद सिर चढ़कर बोल रहा था, उसी मिस्र, चेचेन्या, रूस, तंज़ानिया, कोसोवो, बोस्निया और काफ़ी हद तक बांग्लादेश में कैसे आतंकवाद को क़ाबू किया गया। इन देशों ने भी मुस्लिम मामलात की संवैधानिक संस्थाओं से वहाबियों को बाहर कर देश को शांति के मार्ग पर प्रशस्त किया।

तंज़ीम ने कार्यक्रम की तैयारियाँ शुरू कर दी हैं और बहुत जल्द कार्यक्रम स्थल को लेकर निर्णय हो जाएगा। कार्यक्रम के लिए रोज़ाना मुस्लिम स्टूडेंट्स ऑर्गेनाइज़ेशन और तंज़ीम के पदाधिकारी नई दिल्ली और जयपुर में बैठक कर रह रहे हैं और वीडियो काफ़्रेंसिंग के ज़रिए प्रगति की समीक्षा कर रहे हैं।

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