नई दिल्ली: 20 अप्रैल यानी कल भारत के सुन्नी मुसलमानों के सबसे बड़े उलेमा संगठन ऑल इंडिया तंज़ीम उलेमा ए इस्लाम की जानिब से आज क़ादरी मस्जिद शास्त्री पार्क में जुमा नमाज़ के बाद कठुआ और उन्नाव रेप केस के ख़िलाफ़ हज़ारो लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया, विरोध प्रदर्शन को छात्र संगठन MSO का भी समर्थन प्राप्त रहा.
तंज़ीम के कार्यकर्ताओं ने नमाज़ के बाद जुलूस निकालकर जमकर नारेबाजी की और बलात्कारियों को फांसी की मांग की. तंज़ीम के अध्यक्ष मुफ़्ती अशफ़ाक़ हुसैन क़ादरी ने कहा कि कितनी बेशर्मी की बात है कि बलात्कार के आरोपियों का कुछ मंत्री बचाव कर रहे हैं. कुछ नेताओं ने तो इस मामले को हिन्दू-मुस्लिम रंग देकर घटिया राजनीति का परिचय दिया है.

उन्होंने कहा कि जनता को ऐसे लोगों के खिलाफ खुद कार्रवाई करनी चाहिए साथ ही इनका सामाजिक बहिष्कार भी करना चाहिए. MSO के दिल्ली प्रदेश सचिव आफ़ताब रिज़वी ने कहा कि उनका संगठन उन्नाव पीड़िता और आसिफा के लिए इंसाफ की मांग करता है, साथ ही मुल्क के लोगों से असत्य और अधर्म के खिलाफ इस लड़ाई में शामिल होने की भी अपील करता है.
जामिया गौसुस सकलैन ने प्रिंसीपल मौलाना अब्दुल वाहिद ने कहा कि हम राजघाट पर 8 दिन से अनशन पर बैठी बहन स्वाती का समर्थन करते हैं.

प्रदर्शनकारियों ने सरकार से निम्नलिखित मांग की
1- आसिफा के हत्यारों को फांसी की सज़ा दी जाए.
2- आसिफा के हत्यारें का समर्थन करने वाले बीजेपी के दोनें मंत्रियों को पार्टी से निकालकर उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया जाए.
3-आसिफा और उन्नाव की पीड़िता के परिजनों को मुआवज़ा और उनके परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए.
4- उन्नाव गैंगरेप मामले के आरोपी विधायक को बीजेपी बर्खास्त करे.
5- उन्नाव गैंगरेप पीड़िता का केस भी फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाकर आरोपियों को तत्काल कड़ी सज़ा दी जाए.
6- उन्नाव मामले पर पीड़िता का चरित्रहनन करने वाले बीजेपी विधायकों और मंत्रियों को बर्खास्त किया जाए.

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