भारत और चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर चल रही ब्रिगेड कंमाडर स्तर की बातचीत में फिर से कोई हल नहीं निकल पाया है। परिणामस्वरूप सीमा पर अधिक सैनिकों की तैनाती हो रही है और हथियार पहुंचाएं जा रहे हैं उससे हालात तनाव पूर्ण नजर आ रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, चुशूल के पास करीब चार घंटे तक चली ब्रिगेड कमांडर स्तर की बातचीत में कोई ठोस परिणाम नहीं निकल पाया। जिसके बाद भारतीय सेना अत्यधिक उच्च स्तर की सतर्कता बरत रही है और इलाके में किसी भी स्थिति से निपटने को तैयार है।
इसके अलावा ब्रिगेड कमांडर स्तर की बैठक में चीनी सैनिकों द्वारा अरूणाचल प्रदेश के पांच लोगों के अपहरण का मामला भी उठाया गया है। हाल ही में अरुणाचल प्रदेश के कांग्रेस विधायक निनॉन्ग एरिंग ने दावा किया कि चीनी सैनिकों ने 5 भारतीयों का अपहरण कर लिया है।
इससे पहले, दोनों पक्षों के बीच सोमवार, मंगलवार और बुधवार को भी छह-छह घंटे तक चली बातचीत भी बेनतीजा रही थी। हाल ही में 29 और 30 अगस्त की दरम्यानी रात में चीनी सैनिकों ने पैंगोंग झील के दक्षिण किनारे पर भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ की कोशिश की थी। जिसके बाद दोनों देशों की सेनाओं में झड़प की बात सामने आई थी।
वहीं 15 जून को दोनों देशों के बीच तनाव कई गुना तब बढ़ गया था जब चीनी सैनिकों ने गलवान घाटी में 20 भारतीय सैनिकों को शहीद कर दिया था।