सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) की परीक्षाओं के क्वेश्चन पेपर लीक मामले में झारखंड पुलिस के हाथ बड़ी सफलता लगी है. पुलिस ने झारखण्ड के चतरा जिले में कोचिंग सेंटर चलाने वाले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेता को इस मामले में गिरफ्तार कर लिया है.
झारखण्ड के चतरा जिले के एसपी एबी वारियर ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस पूरे मामले का खुलासा किया है. प्रेस कांफ्रेंस में उन्होंने कहा कि 9 नाबालिग छात्रों को भी गिरफ्तार किया है जिन्हें बाल सुधार गृह भेज दिया गया है.
इसी के साथ ABVP (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के जिला संयोजक सतीश पांडे चतरा में कोचिंग सेंटर ‘स्टडी विजन’ के नाम से चलाता था. एसपी ने बताया कि सतीश पांडे ने छात्रों से पैसे लेकर उन्हें व्हाट्सऐप पर क्वेश्चन पेपर लीक कराए थे. यही नहीं सतीश ने बच्चों से यह भी कहा था कि वह उन्होंने परीक्षा में नकल भी करवा देंगे.
पुलिस के मुताबिक, 28 मार्च को होने वाली परीक्षा के क्वेश्चन पेपर 27 मार्च की रात में ही पटना के 2 छात्रों ने व्हाट्सऐप से लीक करना शुरू कर दिए थे. आपको बता दें कि, वही छात्र परीक्षा हॉल में नकल करते हुए भी पकड़ा गया था.
पुलिस के मुताबिक, शेरघाटी के अमित कुमार और छपरा के आकाश कुमार को गिरफ्तार किया गया है जिन्होंने शिक्षा माफियाओं के साथ मिलकर CBSE बोर्ड में छात्रों के नंबर बढ़ाने के लिए काफी पैसे वसूले हैं.