भारत ने पाकिस्तान के पीएम इमरान खान की उस टिप्पणी को खारिज कर दिया, जिसमें COVID-19 महामारी की पृष्ठभूमि में मुसलमानों को निशाना बनाने का आरोप लगाया गया है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा कि पाकिस्तानी नेतृत्व की यह ‘अजीबो-गरीब टिप्पणी’ देश (पाकिस्तान) के आंतरिक हालात से ‘निपटने के लचर प्रयासों’ से लोगों का ध्यान भटकाने की कोशिश है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि कोविड-19 के उन्मूलन पर ध्यान देने की बजाए पाकिस्तानी नेतृत्व अपने पड़ोसियों पर आधारहीन आरोप लगा रहे हैं।
श्रीवास्तव ने कहा कि अल्पसंख्यकों के मामले में उन्हें (पाकिस्तानी नेतृत्व) यही सलाह है कि वे अपने यहां अल्पसंख्यक समुदायों की सुध लें, जिनके साथ वास्तव में भेदभाव हो रहा है।
The deliberate & violent targeting of Muslims in India by Modi Govt to divert the backlash over its COVID19 policy, which has left thousands stranded & hungry, is akin to what Nazis did to Jews in Gerrmany. Yet more proof of the racist Hindutva Supremacist ideology of Modi Govt.
— Imran Khan (@ImranKhanPTI) April 19, 2020
दरअसल इमरान खान ने ट्वीट किया था, ‘भारत में जिस तरह मोदी सरकार जानबूझकर और हिंसात्मक तरीके से मुस्लिमों को निशाना बना रही है ताकि उसके ऊपर COVID-19 नीति को लेकर सवाल न उठें, जिसकी वजह हजारों लोग भूखे और फंस गए हैं, वह बिलकुल वही है जो जर्मनी में नाजियों ने यहूदियों के साथ किया था। यह मोदी सरकार की हिंदुत्ववादी सोच का सबूत है।’
बता दें कि पाकिस्तान में रविवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 869 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ कर 8,348 हो गई। सर्वाधिक प्रभावित पंजाब प्रांत में अब तक 3,822, सिंध में 2,537, खैबर-पख्तूनख्वा में 1,137, बलूचिस्तान में 376, गिलगित-बाल्टिस्तान में 257, इस्लामाबाद में 171 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में 48 मामले सामने आए हैं।