जयपुर | योग गुरु बाबा रामदेव से तो भली भाँती परिचित होंगे ही. अगर आप बाबा रामदेव को केवल योग और पतंजली उत्पादों के लिए जानते है तो आपसे कुछ छुट रहा है. बाबा रामदेव , कालेधन के खिलाफ आन्दोलन चलाने के लिए भी जाने जाते है. 2011 में उन्होंने रामलीला मैदान में कालेधन के खिलाफ बिगुल बजाते हुए आन्दोलन किया था. उस समय उनकी मांग थी की बड़े नोटों को बंद किया जाए और विदेशो में जमा भारत का 90 फीसदी कालाधन स्वदेश वापिस लाया जाए.
उन्होंने कालेधन के लिए आन्दोलन किया, वो अलग बात है की उनके इस आदोलन को पुलिस की बर्बरता के लिए भी याद किया जाता है. रात को सोते हुए लोगो ने उन पर लाठीचार्ज कर दिया. खुद पुलिस की लाठियों से बचने के लिए बाबा रामदेव ने महिलाओ के कपडे पहन अपनी जान बचाई थी. अब जबकि प्रधानमंत्री मोदी ने बड़े नोट पर पाबन्दी लगा दी है तो सबसे ज्यादा शुकून बाबा रामदेव को पहुंचा है.
जयपुर के ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट में पहुंचे बाबा रामदेव ने कालेधन पर सरकार के फैसले पर बोलते हुए कहा की मैं केंद्र सरकार के इस फैसले से काफी खुश हूँ. हालांकि यह आईडिया मैंने ही प्रधानमंत्री मोदी को दिया था. जब मोदी जी गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब मैं उनसे मिला था. उस समय मैंने उनको 500 और 1000 के नोट बंद होने से होने वाले फायदों के बारे में बताया था. तब उन्होंने वादा किया था की जब भी सत्ता में आयेंगे , बड़े नोट बंद कर देंगे.
रामदेव ने आगे कहा की जैसे ही मोदी जी के हाथ में पॉवर आई उन्होंने बड़े नोट बंद करने का एलान कर दिया. खुद के पास कलाधन होने के बारे में उन्होंने कहा की हम तो बाबा है, मेरे पास तो बैंक अकाउंट भी नही है. इसलिए नोट बंद होने का मुझ पर कोई असर नही पड़ेगा.
लेकिन बाबा जी आपने यह नही बताया की 500 और 1000 के नोट बंद होने और 2000 का नोट जारी होने से कालाधन और भ्रष्टाचार कैसे रुकेगा. क्या 2000 का नोट , बड़े नोट में नही आता? चलिए सबका अपना अपना नजरिया है, बाबा जी का कोई न कोई विचार इस मुद्दे पर जरुर होगा, लेकिन वो इस पर बोलना नही चाहते. हम उनकी मज़बूरी समझते है.