नई दिल्ली – हरियाणा वक़्फ बोर्ड ने गुड़गांव में खुले में नमाज़ पढ़ने को लेकर कट्टर हिंदूवादी संगठनों के उत्पात, मुख्यमंत्री खट्टर द्वारा उनके पक्ष में दिए गए बयान के बाद उन मस्जिदों तथा ज़मीनों की लिस्ट उपायुक्त, गुरूग्राम को सौंपी हैं जिन पर अवैध कब्ज़ा है। खट्टर तथा प्रशासन की ज़िम्मेदारी बनती है कि वह तत्काल प्रभाव से वक़्फ की इन जगहों को मुसलमानों को सौंपे ताकि रमज़ान में नमाज़ पढ़ने को लेकर किसी प्रकार की परेशानी न हो।
ग़ौरतलब है कि गुड़गांव में गैर प्रांत कामगार मुसलमानों की एक अनुमानित तादाद करीब चार से पांच लाख है। लेकिन वे सभी गुड़गाँव के बाहर से आए हुए जिन्हें नमाज़ के लिए पार्क या सरकारी जगहों का इस्तेमाल करना पड़ता है। सरकार तथा प्रशासन कट्टरपंथी ताकतों के दबाव में जुमा की नमाज़ बंद करवाने को प्रयासरत है। पिछले जुमे ही तकरीबन पांच जगहों पर नमाज़ रोक दी गई थी।
@mlkhattar अगर आप चाहते हैं लोग सिर्फ़ मस्जिद में नमाज़ पढ़ें तो गुरु ग्राम में वक़्फ़ बोर्ड के 19 प्लॉट खली करवा दें और वहाँ मस्जिद बनाने में और नमाज़ पढ़ने में सुरक्षा की व्यवस्था करें। लोग मजबूरी में खुले में नमाज़ पढ़ते हैं। @ashutosh83B @SanjayAzadSln @jigneshmevani80 pic.twitter.com/AJyP4qpg6h
— Khalid Saifi (@KSaifi) May 7, 2018
इस विवाद के चलते हरियाणा वक्फ बोर्ड ने गुरूग्राम उपायुक्त को चिट्ठी लिखी है जिसमें मांग की गई है कि इन जमीनों को खाली कराया जाये, ताकि नमाज में पढ़ने में दिक्कत न हो। बता दें कि गुरूग्राम और उसके आस पास करीब 19 मस्जिदों पर अवैध रूप से लोगो ने कब्जा जमाया हुआ है। इन जमीनों में बीस कनाल जमीन तो चोमा गांव में ही है।
हरियाणा वक्फ बोर्ड ने अपनी चिट्ठी में उन मस्जिदो की लिस्ट भी उपायुक्त को भेजी है जिन पर अवैध तरीके से कब्जा किया हुआ है। वक्फ बोर्ड ने मांग की है कि जल्द से इन जमीनों को अवैध कब्जे से आजाद कराकर मुसलमानों को सौंपा जाये ताकि उन्हें नमाज पढ़ने में समस्या न हो।