मुसलमानों को लेकर एक बड़ी खबर आ रही है जहाँ मोदी सरकार ने हज सब्सिडी खत्म कर दी है. केंद्र में सत्तानशीन सरकार ने यह फैसला लेते हुए पिछले वर्षों से लगातार जारी हज सब्सिडी को खत्म करने का फैसला लिया है. गौरतलब है की हर साल एक लाख 75 हजार हज यात्रियों को सब्सिडी दी जाती थी.
वहीँ इस फैसले से खुश नज़र आये मुसलमानों का कहना है की अब वो अपनी मर्ज़ी से सऊदी अरब जा सकते है तथा मनपसंद जहाज़ में सफ़र कर सकते है. आपको बताते चले की भारत से जाने वाले हज यात्रियों के लिए कुछ शर्तें थी जिनमे एयर इंडिया से यात्रा करना कम्पलसरी था. 1954 में शुरू की गयी हज सब्सिडी से आरम्भ में मुंबई से जेद्दाह के लिए फ्लाइट रवाना होती थी. हालाँकि समय समय पर मुस्लिम समुदाय द्वारा हज सब्सिडी खत्म करने की मांग की गयी लेकिन तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इसे बरकरार रखा.
हालाँकि आपको एक और ज़रूरी बात भी बताते चले सन 2012 में सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया था की 2022 तक हाजियों को मिलने वाली सब्सिडी को खत्म कर दिया जाएँ तथा हज सब्सिडी का पैसा मुसलमानों की शिक्षा पर खर्च किया जाये. वैसे यह आदेश सुप्रीम कोर्ट का था लेकिन देखना यह होगा की किस राजनितिक पार्टी में इसे भुनाने की होड़ मचती है.
आकंड़ों पर नज़र डाले तो तो पता चलता है की प्रत्येक हज यात्री पर 20-25 हजार रुपए की सब्सिडी मिलती है, जबकि जेद्दाह से वापसी का रिटर्न कराया लगभग Rs 42,000-Rs46,000 के बीच में आता है. हालिया ख़बरों के मुताबिक सरकार प्रति वर्ष Rs700 करोड़ एयर इंडिया को इस सर्विस के लिए मुहैया कराती है, ऐसे में अगर सरकार यह पैसा देना बंद करती है तो एयर इंडिया को काफी बड़ा नुकसान होने की सम्भावना है क्योंकी प्राइवेट एयर लाइन्स में नए ऑफर्स के साथ अपने टिकट को काफी कम कर देती है.
हैदराबाद के संसद असदुद्दीन ओवैसी ने इसका विरोध करते हुए कहा था की, यह सब्सिडी केवल एयर इंडिया के लिए है। अगर यह हटा दी जाती है तो टिकट की कीमतें बहुत कम होगी, तथा एयर इंडिया का एकाधिकार टूट जायेगा और हज यात्री अन्य फ्लाइट्स से भी हज यात्रा पर जा सकते हैं.
केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री नकवी ने कहा कि उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में समुद्री मार्ग से भी हज यात्रा शुरू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि अब हज सब्सिडी फंड का इस्तेमाल अल्पसंख्यक समुदाय की लड़कियों और महिलाओं को शिक्षा देने के लिए किया जाएगा. वहीं, कांग्रेस प्रवक्ता मीम अफजल ने कहा कि यह कहना पूरी तरह से गलत है कि हज सब्सिडी फंड से एजेंटों और कुछ कंपनियों को फायदा होता था.