गुरुग्राम – पिछले दिनों करणी सेना ने अपनी कायरता का परिचय देते हुए मासूम बच्चों की बस पर पत्थरों से हमला किया तथा बस को तोड़ डाला लेकिन इस घटना की निंदा करने के बजाय समाज के गुंडा मानसिकता के लोग इसे सांप्रदायिक दिशा देने में लग गये. उन्होंने झूठ का सहारा लेते हुए इस मामले को ना सिर्फ धार्मिक रंग देने की कोशिश की बल्कि करणी सेना की करतूतों को दुसरे समुदाय पर मढ़ना शुरू कर दिया.
जिस समय बस पर हमला हुआ और तत्काल करवाई करते हुए गुरुग्राम पुलिस ने करणी सेना के गुंडों को गिरफ्तार किया उसके बाद से ही एक मेसेज सोशल मीडिया और वत्सएप पर वायरल किया जाने लगा, जिसमे लिखा था की “भंसाली की फिल्म पद्मावत के विरोध में बच्चों की बस पर पथराव करने पर गिरफ्तार हुए लोगो में से पांच नाम हैं,सद्दाम,आमिर, फ़िरोज़, नदीम और अशरफ.“
इस बात से अंदाज़ा लगाया जा सकता है की समाज में कटुता फ़ैलाने वाले गुंडई तत्व कोई भी मौका नही छोड़ना चाहते, चाहे वो मासूम बच्चों से जुड़ा मामला ही क्यों ना हो ?. देखते ही देखते यह मैसेज वायरल होने लगा और एक अलग ही रंग में समाज में कटुता बढ़ाने का काम करने लगा. जिसे देखते हुए एक बार फिर गुरुग्राम पुलिस ने सराहनीय कार्य किया.
अफवाहों पर विराम लगाते हुए गुरुग्राम पुलिस ने कहा की “बस पर हमला करने वालो जो लोग गिरफ्तार किये गये हैं उनमे से कोई भी मुस्लिम युवा नही है”. अपने ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए पुलिस ने मामला साफ़ कर दिया जिससे की भविष्य में होने वाली अनहोनी को टाला जा सके. हालाँकि पुलिस ने अफवाहों पर तो लगाम लगा दी लेकिन उन्होंने यह नही बताया की जो लोग अफवाह फैला रहे थे उनके खिलाफ क्या एक्शन लिया जायेगा?
This is to clarify that no Muslims boys have been detained in relation to the recent acts of vandalism on a Haryana Roadways bus and a School bus in Gurugram.
— Gurugram Police (@gurgaonpolice) January 26, 2018