नई दिल्ली | 2014 लोकसभा चुनावो के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने जनता से बुलेट ट्रेन चलाने का वादा किया था. केंद्र में सरकार आने के बाद इस और कुछ कदम भी बढाए गए. जापान के साथ मोदी सरकार ने करार कर , अहमदाबाद से मुंबई, बुलेट ट्रेन चलाने की तैयारिया शुरू कर दी. इसके लिए जापान से एक लाख करोड़ रूपए का कर्ज लिया गया. लेकिन देश में बढ़ रहे रेल हादसों से मोदी सरकार पर , मौजूदा रेल संसाधनों को आधुनिक और मजबूत करने का ज्यादा दबाव है.
अब भारतीय क्रिकेट टीम के सदस्य रहे गौतम गंभीर ने भी रेल हादसों पर चिंता जताते हुए , मोदी सरकार को कठघरे में खड़ा किया है. गंभीर ने सरकार से मौजूदा रेल व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग करते हुए कहा की पहले हादसों पर ध्यान देना चाहिए, बुलेट ट्रेन के सपने बाद में भी देखे जा सकते है. गंभीर ने सरकार को फटकार लगाते हुए कहा हादसों से पहले कोई कदम नही उठाये जाते, इसके बाद अपने दोषों पर केवल पर्दा डाला जाता है.
गौतम गंभीर ने रेल हादसों पर अपनी दुःख व्यक्त करते हुए एक के बाद एक कई ट्वीट किये. गंभीर ने लिखा ,’पिछले 4 सालो में करीब 249 रेल हादसे हो चुके है जिनमे 330 लोगो को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. मुआवजे से वो जिन्दगी वापिस नही आ सकती. पिछले दो महीने में तीन बार ट्रेन, पटरियों से उतर चुकी है और ऐसा लगता है की अभी भी रेलवे में कोई सुधार होता नही दिख रहा है ‘.
गौतम गंभीर ने बुलेट ट्रेन पर कटाक्ष करते हुए कहा की अगर हम अपनी मौजूदा रेल प्रणाली को दुरुस्त नही कर सकते तो बुलेट ट्रेन का सपना देखने का भी कोई फायदा नही है. इससे पहले गंभीर देश से वीवीआईपी कल्चर खत्म करने की भी वकालत कर चुके है.
Retrospective action is nothing but paper over cracks. An afterthought.
Let’s address these mishaps 1st, bullet train dreams can come later!— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) January 25, 2017