EVM में गड़बड़ी को लेकर विपक्ष ने पहले ही मोर्चा खोला हुआ है। लेकिन अब असम के पूर्व डीजीपी हरेकृष्णा डेका के सवालों ने चुनाव आयोग की परेशानी बढ़ा दी है। दरअसल, उन्होंने दावा किया कि मैंने वोट किसी और प्रत्याशी को दिया था, लेकिन पर्ची दूसरे प्रत्याशी के नाम की निकली।
हरेकृष्ण डेका ने मंगलवार को कहा, “गुवागाटी में लचित नगर के एल. पी. स्कूल में मेरा पोलिंग बूथ था और मतदान करने वाला मैं पहला शख्स था। न जाने क्यों मतदान में थोड़ी देरी हुई। जब मैंने वोट दिया तो वीवीपैट ने उस शख्स का नाम नहीं दिखाया जिसके सामने मैंने बटन दबाई थी। मुझे वहां पर किसी और शख्स का नाम दिखा”
उन्होंने कहा कि ‘मैंने बूथ पर मौजूद मतदान अधिकारियों को इसके बारे में बताया। इस पर उन्होंने मुझसे कहा कि मैं इसकी शिकायत दर्ज करा सकता हूं। मतदान अधिकारियों में मुझे बताया कि वो मुझे एक रसीद देंगे जिसके लिए मुझे 2 रुपये देने होंगे। इसके बाद मामले की जांच की जाएगी।’
Ex-Assam DGP Harekrishna Deka: My polling booth was Lachit Nagar LP School. When I voted,VVPAT displayed someone else's name.I was told I can challenge it but if complaint is found to be false I'll be punished.I don't want to take risk. How do I know how will it be proven? (23.4) pic.twitter.com/gIifM4DMA2
— ANI (@ANI) April 23, 2019
पूर्व डीजीपी ने ये भी कहा, मुझे बताया गया कि मैं इस मामले की शिकायत कर सकता हूं, लेकिन अगर मेरी कंप्लेंट गलत पाई गई तो मुझे सजा मिलेगी। मैं किसी भी तरह का रिस्क नहीं लेना चाहता हूं। हालांकि, मैं यह जानना चाहता हूं कि इसे किस तरह साबित किया जा सकता है?
बता दें कि 23 अप्रैल को ही यूपी की 10 लोकसभा सीटों पर मतदान हुआ। इस दौरान प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी ईवीएम पर सवाल उठाए।