शुद्ध गाय के घी का दावा करने वाली पतंजली कर रही दूसरी कंपनी के घी का इस्तेमाल- फोर्ब्स पत्रकार

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हरिद्वार | स्वदेशी और शुद्धता का दावा कर , पूरे देश में छा जाने वाली कम्पनी पतंजली पर फोर्ब्स की एक पत्रकार ने गंभीर आरोप लगाए है. योग गुरु रामदेव और कंपनी के सीईओ बालकृष्ण हमेशा से पतंजली के उत्पादों को , बाकी कंपनी के उत्पादों से शुद्ध होने का दावा करते रहते है लेकिन फोर्ब्स की एक पत्रकार ने दावा किया है की पतंजली घी में किसी दूसरी कंपनी के घी की मिलावट की जाती है.

बिज़नस की जानी मानी पत्रिका फोर्ब्स की पत्रकार मेघा बाहरी ने पत्रिका के नवम्बर अंक में लिखा है की वो एक बार पतंजली के प्लांट में गयी थी. इस प्लांट में पतंजली घी की पैकिंग चल रही थी. लेकिन जब मैं यहाँ पहुंची तो मुझे यहाँ अमूल घी के काफी खाली कार्टन दिखाई दिए. इन्हें देखकर कोई भी अंदाजा लगा सकता है की पतंजली के शुद्ध गाय घी में अमूल घी की मिलावट की जा रही है.

मेघा ने आगे बताया की जब मैंने इसके बारे में बालकृष्ण से मालूमात की तो उन्होंने बताया की आजकल पतंजली घी के उत्पादन में कुछ कमी आई हुई है इसलिए बाजार की मांग को पूरा करने के लिए अमूल घी को पतंजली घी में मिलाया जा रहा है. मेघा के अनुसार बालकृष्ण यह मानते दिखे की हम पतंजली घी में अमूल घी की मिलावट कर रहे है.

फोर्बेस एशिया ने जब इस मलसे में कंज़्यूमर प्रोडक्ट्स एवम रिटेल कंसलटेंट अरविन्द सिंघल से बात की तो उन्होंने कहा की पतंजली ने बहुत थोड़े समय में देश में अच्छी पकड़ बना ली है. इसको देखते हुए पतंजली को अपने वेंडर के पास माल की आपूर्ति करने में काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है. दीमंद-सप्लाई को पूरा करने के लिए पतंजली अमूल घी की मिलावट कर रही है.

फोर्ब्स पत्रिका का यह दावा रामदेव की साख को नुक्सान पहुंचा सकता है. विपक्ष पहले से ही रामदेव के प्रति हमलावर रहता है. फोर्ब्स के इस दावे से विपक्ष को बैठे बिठाये एक मुद्दा मिल गया. अब विपक्ष इस मुद्दे को कितना भुना पाती है यह देखने वाली बात होगी लेकिन रामदेव को इसके बचाव में कुछ न कुछ तर्क जरुर सोचने होंगे क्योकि सवाल तो बहुत उठने वाले है.

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