पन्द्रह अक्तूबर से अचानक लापता हुए जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के छात्र नजीब अहमद की गुमशुदगी को लेकर उनकी माता फातिमा नफीस ने हाईकोर्ट का दरवाजा हैं. बदायूं का रहने वाले 27 वर्षीय अहमद से ABVP के कार्यकर्ताओं ने मारपीट की थी. जिसके अगले दिन से ही वह लापता हैं.
फातिमा नफीस ने हाईकोर्ट से सरकार और पुलिस का यह आदेश देने की मांग की है कि उनके बेटे का पता लगाकर सही सलामत कोर्ट में ही पेश किया जाए. याचिका पर सुनवाई करते हुए न्यायमूर्ति जीएस सिस्तानी और न्यायमूर्ति विनोद गोयल की पीठ ने दिल्ली सरकार और पुलिस को नोटिस जारी कर नजीब को तलाशने के लिए उठाए गए कदमों की विस्तृत जानकारी तीन दिन में पेश करने को कहा हैं.
नजीब की मां ने अधिवक्ता अली कामबर जैदी के जरिये दायर अपनी याचिका में आगे कहा कि अदालत दिल्ली से बाहर के सिद्ध ईमानदारी वाले निष्पक्ष अधिकारियों के एक विशेष जांच दल का गठन करे और इस मामले की जांच का जिम्मा दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा से लेकर उसके हवाले किया जाए.
साथ ही याचिका में फातिमा ने एबीवीपी सदस्यों पर नजीब के साथ मारपीट करने का आरोप लगाते हुए मारपीट में शामिल एबीवीपी के सदस्यों पर मुकदमा चलाने की भी मांग की है.