कोलकाता | पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी , प्रधानमंत्री मोदी के नोट बंदी के फैसले का खुलकर विरोध कर रही है. वो हर मंच से नोट बंदी के खिलाफ बोल रही है. इसी सिलसिले में उन्होंने दिल्ली, पटना और लखनऊ में रैलिया की. यही बात बीजेपी को नागवार गुजर रही है. इसी वजह से उनके नेता , ममता के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे है. अब इस मामले में एक मस्जिद के इमाम भी कूद गए है.
दरअसल बंगाल के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने ममता बनर्जी के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करते हुए कहा था की जब वो दिल्ली आई तब हम चाहते तो उन्हें बाल पकड़कर निकाल सकते थे. वहां हमारी पुलिस है. दिलीप के इस बयान ने अब तूल पकड़ लिया है. कोलकाता की टीपू सुल्तान मस्जिद के इमाम ने दिलीप घोष के खिलाफ फतवा जारी कर दिया है. उधर सूचना मिली है की दिलीप के खिलाफ झारग्राम में ऍफ़आईआर दर्ज हो गयी है.
उधर टीएम्सी के सांसद डैरेक ओ ब्रयान ने दिलीप घोष के इस बयान को ओछी और थर्ड क्लास पॉलिटिक्स करार दिया. मालूम हो की दिलीप घोष ने झारग्राम में पार्टी की एक बैठक में ममता बनर्जी पर कटाक्ष करते हुए कहा था की वो नोट बंदी का इसलिए विरोध कर रही है क्योकि उनके करोड़ो रूपए डूब चुके है. वो अपना आपा खो चुकी है.
दिलीप ने आगे कहा की यही वजह है की वो कभी दिल्ली तो कभी पटना का चक्कर लगा रही है. अगर हम चाहते तो उनको दिल्ली से बाल पकड़कर बाहर निकाल सकते थे, वहां हमारी पुलिस है. लेकिन जब उनको लगा की इससे कुछ नही होगा तो आकर नबान्ना ( सचिवालय ) बैठ गयी. हमने सोचा था की वो गंगा में छलांग लगा देगी. लेकिन ऐसा नही हुआ.
फतवे के ऊपर प्रतिक्रिया देते हुए दिलीप घोष ने कहा की ‘ यह पाकिस्तान है क्या? यहाँ फतवा नही चलता. फतवा जाकर ममता बनर्जी को सुनाओ.’ दिलीप घोष ने एएनआई से बात करते हुए यह प्रतिक्रिया दी.