अहमदाबाद । गुजरात में हुए विधानसभा चुनावों में भाजपा ने लगातार छठी बार जीत दर्ज की है। उन्होंने 182 सीटों में से 99 सीटों पर जीत दर्ज कर बहुमत हासिल किया। उधर कांग्रेस केवल 80 सीटों पर ही सिमट गयी और एक बार फिर उनकी गुजरात में सरकार बनाने की उम्मीद धूमिल हो गयी। हालाँकि इस बार के चुनाव भाजपा के लिए इतने आसान नही रहे। कई सीटों पर कांग्रेस ने भाजपा को कड़ी टक्कर दी।
हर सम्भव प्रयास और मेहनत के बावजूद कांग्रेस अपनी मंज़िल पर नही पहुँच पायी। उधर चुनाव परिणामों ने पाटिदार नेता हार्दिक पटेल के प्रभाव पर भी सवालिया निशान लगा दिए। लेकिन चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद हार्दिक ने आरोप लगाया की भाजपा ने ईवीएम में छेड़छाड़ कर जीत दर्ज की है। उन्होंने 12 सीटो पर VVPAT की पर्चियों और ईवीएम मशीन के आँकड़ो का मिलान करने की माँग की।
हालाँकि चुनाव आयोग की और से कहा गया कि उन्होंने सभी 182 सीटों के एक बूथ का मिलान VVPAT के साथ किया और सभी जगह 100 फ़ीसदी मिलान हुआ। गुजरात चुनाव आयुक्त बीबी स्वेन ने दावा किया था की VVPAT की पर्चियों का ईवीएम के साथ शत प्रतिशत मिलान हुआ है। लेकिन पीटीआई के हवाले से जो ख़बर सामने आयी है वह बहुत चौकाने वाली है। न्यूज एजेन्सी के अनुसार कम से कम 4 बूथो पर VVPAT का ईवीएम के साथ मिलान नही हुआ।
पीटीआइ ने स्वेन के हवाले से लिखा की वगरा, द्वारका, अंकलेश्वर और भावनगर की ग्रामीण सीटों पर VVPAT का ईवीएम के साथ मिलान नही हुआ। इन चारों सीटों पर कुछ वोटों का मिलान ईवीएम के साथ नही हुआ। न्यूज़ 18 की और से भी पीटीआइ की विस्तृत रिपोर्ट प्रकाशित की गयी है। इस बारे में सोशल मीडिया यूजर रवि गौतम ने भी एक के बाद एक कई ट्वीट किए है। उन्होंने अपनी गणना के आधार पर बताया की क़रीब 6 लाख वोट संदिग्ध है।
2) There were mismatch between EVM and VVPAT slips on 4 out of 182 seats. so more than 2% mismatch. 2% vote share is questionable. that is 6 lakhs votes.
— Ravi Gautam (@gautamravi168) December 19, 2017