दो राष्ट्रीयकृत बैंकों के साथ करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी के मामलों में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बनारस के भारतीय जनता पार्टी के नेता मोहित कम्बोज के खिलाफ अपनी जांच शुरू कर दी है। भाजपा नेता और सात अन्य लोगों के खिलाफ बैंक ऑफ इंडिया से 67 करोड़ रुपये के घपले का आरोप है।
इससे पहले सीबीआई ने मोहित कम्बोज सहित पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था और मुंबई के पांच ठिकानों पर छापे भी मारे थे। सीबीआई ने अपनी प्राथमिकी में पूर्ववर्ती अव्यान ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड और केबीजे होटल्स गोवा प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी प्राथमिकी में दर्ज किया था।
सीबीआई प्रवक्ता ने बताया था कि, “जांच एजेंसी ने श्री कम्बोज, जितेन्द्र गुलशन कपूर, नरेश मदनजी कपूर (अब दिवंगत), सिद्धांत बागला और इर्तेश मिश्रा के अलावा पूर्ववर्ती अव्यान ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड और केबीजे होटल्स गोवा प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और भ्रष्टाचार निरोधक कानून की विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया है।”
अधिकारियों ने कहा था कि सीबीआई ने कंबोज समेत आरोपियों के मुंबई स्थित पांच ठिकानों पर तलाशी ली जिनमें आवास और दफ्तर शामिल हैं। सीबीआई के पास दायर शिकायत में कहा गया है कि कंबोज हाथ से बने सोने के आभूषणों के निर्माण और इनके दुबई, सिंगापुर, हांगकांग तथा अन्य देशों में निर्यात में लगी अव्यान ओवरसीज प्राइवेट लिमिटेड में गारंटर और प्रबंध निदेशक थे।
भारतीय जनता युवा मोर्चा की मुंबई इकाई के अध्यक्ष कंबोज ने फोन पर कहा कि कंपनी ने बैंक के साथ 2018 में एकमुश्त अदायगी के लिए करार किया था और उसके तहत बैंक को 30 करोड़ रुपये का भुगतान किया गया था। 2013 में लोन व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए स्वीकृत किया गया था जिसका अभियुक्तों और संस्थाओं द्वारा दुरुपयोग किया गया था।