रिहाई के बाद प्रियंका गांधी ने की डॉ. कफील से बात, शरण लेने के लिए पहुंचे जयपुर

लखनऊ: इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश पर मथुरा जेल से रिहा हुए गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर कफील खान से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को बात की। उन्होने बताया कि प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुझसे राजस्थान आने के लिए कहा था। उन्होंने कहा था कि हम आपको सुरक्षित जगह देंगे। जिसके बाद वह अपने परिवार के साथ जयपुर में शरण लेने पहुंचे।

डॉ. कफील ने कहा कि मथुरा राजस्थान बॉर्डर से लगा हुआ है। इस कारण जेल से छूटने के बाद मैं भरतपुर आ गया, प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी मदद की। राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है, इसलिए हम यहां सुरक्षित रह सकते हैं। परिवार को भी ऐसा ही लग रहा है।

उन्होने कहा कि जेल में मेर साथ अमानवीय बर्ताव किया गया है। UP सरकार कभी कोई भी नया केस दर्ज कर सकती है। मैं परिवार के साथ सुरक्षित रहना चाहता हूं। कफील ने कहा कि इस बार जेल में मुझे बहुत ज़्यादा टॉर्चर किया गया। 8 महीने जेल में काफी शारीरिक प्रताड़ना हुई। 72 घण्टे तक खाना नहीं मिलता था, लाठियों से मारा जाता था।

कफील खान ने ये भी कहा कि मैं बाहर आकर अब कोरोना के खिलाफ जंग में मदद करना चाहता हूं। कोरोना वैक्सीन ट्रायल के लिए खुद को वालंटियर के तौर पर प्रस्तुत करने का भी इच्छुक हूं। डॉ. कफील ने कहा कि मैं अभी सियासत से दूर हूं, लेकिन आगे का कुछ नहीं पता।

डॉ. कफील ने कहा कि मैं अपने प्रदेश के सीएम को पत्र लिखूंगा। उनसे गुजारिश करूंगा कि फिर से अपनी नौकरी ज्वॉइन कर सकूं। 10 साल का मेरा अनुभव है। इसलिए शायद कोरोना से लड़ने के लिए अपना योगदान दे सकूं। मैं अपने आप को वालंटियर के तौर पर प्रेजेंट करूंगा, जो इंस्टीट्यूट वैक्सीन बना रहे हैं, मेरे ऊपर रिसर्च कर सकते हैं। मुझे वैक्सीन की डोज दे सकते हैं।

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