नई दिल्ली | 14 अक्टूबर से लापता जेएनयु छात्र नजीब का अभी तक कुछ पता नही चला है. पुलिस इस मामले में कितनी संजीदा है इसका पता इस बात से चलता है की , पुलिस ने आरोपियों से 22 दिन बाद पूछताछ की. इतने दिन बीत जाने के बाद भी जब नजीब का कोई पता नही चला तो, पुलिस पर दबाव बनाने के लिए नजीब की माँ ने रविवार को धरना प्रदर्शन करने का प्रयास किया.
इंडिया गेट पर कुछ छात्रों के साथ पहुंची नजीब की माँ, फातिमा को पुलिस की बर्बरता का शिकार होना पड़ा. जिस माँ का बेटा लापता है, उसी माँ को पुलिस घसीटती है, धक्के देकर गिरफ्तार करती है. NDTV के साथ बात करते हुए फातिमा ने बताया की वो कुछ छात्रों के साथ इंडिया गेट पर धरना देने आई थी. वो किसी को कुछ नही कह रहते थे बस शंतिपूर्वक अपना विरोध दर्ज करा रहे थे.
फातिमा ने आगे बताया की इसी बीच पुलिस वहां आती है और हमें गाडी में बैठने के लिए कहती है. मैंने पुलिस से पुछा की जब हम यहाँ कुछ कर ही नहीं रहे है, हम केवल यहाँ खड़े है, तो हमें किस जुर्म में अन्दर किया जा रहा है. इसका जवाब दिए बिना उन्होंने मुझे घसीटा और धक्के देते हुए गाडी में चढ़ा दिया. मेरे साथ हाथापाई की गयी. मुझे मयूर विहार थाने में बैठाया गया, फिर बेटे से मिलवाने के बहाने साढ़े तीन घंटे तक गाडी में घुमाते रहे. इसके बाद उन्होंने मुझे घर छोड़ दिया.
इसी बीच इस मामले में राजनीती भी तेज हो गयी है. दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ट्वीट कर बताया की वो मायापुरी थाने पहुँच गए है और तब तक यहाँ से नही जायेंगे जब तक नजीब की माँ सकुशल घर नही पहुँच जाती. इसके कुछ देर बाद केजरीवाल ने एक और ट्वीट किया और बताया की उनकी नजीब की माँ से बात हो चुकी है वो घर पहुंच चुकी है. अब मैं थाने से जा रहा हूँ. पुलिस से अपील की है की वो नजीब को जल्द से जल्द ढूंढें.