देहरादून | मोदी सरकार के नोट बंदी के फैसले के बाद , पुरे देश में लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. व्यापरियों से लेकर मजदुर तक, नोट बंदी के बाद मुश्किलों का सामना कर रहे है. बैंक में कैश नही है, एटीएम खाली है,और देश कतार में है. यह पुरे देश का हाल है. मिली रिपोर्ट्स के अनुसार गाँव और कस्बो में शहरो के मुकाबले हालात ज्यादा खराब है. लेकिन ऐसा भी नही है की शहरो के हालात सुधर चुके है.
उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पिछले दो दिनों से बैंकों के सामने लगी कतारे छोटी होती दिखी है. अगर आप यह सोच रहे है की देहरादून के हर बैंक और एटीएम में भरपूर मात्रा में पैसा है इसलिए लोग बैंक की लाइन में कम लग रहे है, तो आप गलत है. बैंक की लाइन में लगने वाली जनता केवल इस आस में घंटो लाइन में लगे रहते है की उनको कुछ देर बाद कैश मिलेगा. लेकिन अगर बैंक में पैसा ही नही है तो लाइन में आपको कोई नजर नही आएगा.
ऐसे ही हालात देहरादून में पैदा हो चुके है. यहाँ के लगभग सभी बैंक आउट ऑफ़ कैश हो चुके है. भारत का सबसे बड़ा बंद एसबीआई से लेकर देना बैंक तक , किसी भी बैंक में करेंसी एक्सचेंज करने के लिए कैश नही है. मिली जानकारी के अनुसार देहरादून के दो बड़े बैंक ने दो दिन पहले ही करेंसी एक्सचेंज करने से हाथ खड़े कर दिए थे. पीएनबी का कहना है की देहरादून के कैश चेस्ट में पैसे नही है.
इसी वजह से देहरादून के किसी भी बैंक में कैश नही पहुँचाया जा सका. पिछले दस दिनों में पीएनबी ने करीब 130 करोड़ रूपए का ट्रांजैक्सन हुआ है जबकि एसबीआई में यह आंकड़ा 300 करोड़ के पार जा चुका है. कैश चेस्ट में कैश न होने की वजह से कोई भी बैंक जनता का पैसा बदलने में असमर्थता जाहिर कर चुकी है. अब चूँकि सोमवार को भी कैश चेस्ट में पैसा पहुंचेगा इसलिए देहरादून के लोगो को अब सोमवार से ही पैसा मिलना शुरू होगा.