मुरादाबाद । एक ज़माना था जब घर में शौचालय ने होने की वजह से आदमी और महिलायें शौच के लिए बाहर जाते थे। लेकिन अब स्थिति काफ़ी बदल चुकी है। देश में अब खुले में शौच जाने वालों की तादात घटी है। इसकी एक वजह ज़्यादातर घरों में शौचालय का बनना है। इसके लिए केंद्र और राज्य सरकार की और से शौचालय बनाने के लिए आर्थिक मदद भी दी गयी है। जिसकी वजह से ग़रीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के घरों में भी शौचालय मुमकिन हो सका।
इसके अलावा प्रधानमंत्री मोदी ने भी स्वच्छ भारत अभियान के तहत लोगों से खुले में शौच न जाने की अपील की। हालाँकि काफ़ी लोग इस मामले में जागरूक हो चुके है लेकिन अभी भी समाज में कुछ ऐसे ठेकेदार मौजूद है जो हर बात में अपनी मौजूदगी दिखाना चाहते है। इसी क्रम में कुछ लोग खुले में शौच रोकने के भी ठेकेदार बन गए है। जो इसके लिए अमानवीयता की हदें भी पार करने से बाज़ नही आ रहे है।
इसकी एक बानगी उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद में देखने को मिली। जहाँ खुले में शौच जाने के आरोप में कुछ लोगों ने कई लोगों के साथ पहले मारपीट की और बाद में उनको अपनी जेबों में मल भरने के लिए मजबूर किया। यही नही इस पूरी घटना की विडियो बनकर उसको सोशल मीडिया पर भी अपलोड किया गया। घटना मुरादाबाद के रामपुर रोड पर गुलाबबाड़ी के पास रामगंगा किनारे की है।
यहाँ सुबह सुबह कुछ लोग शौच के लिए आए थे। थोड़ी देर बाद वहाँ कुछ लोग आए है और उन्होंने खुले में शौच कर रहे लोगों के साथ मारपीट करना शुरू कर दिया। इन लोगों ने अर्धनग्न हालत में ही उन लोगों को पहले दौड़ा दौड़ा कर पीटा, इसके बाद उनको मुर्ग़ा बनकर उनके पीठ पर इंटे रख दी गयी। जब इससे भी उनका मन नही भर तो उन्होंने, पीड़ितों से मल को अपनी जेबों में भरने के लिए मजबूर किया।
इस दौरान उनके कुछ साथी पूरी घटना की विडियो बनाते रहे। उस समय वहाँ काफ़ी लोग मौजूद थे लेकिन किसी ने उनको रोकने की कोशिश नही की। बाद में उन्होंने चेतावनी भरे लहजे में कहा की अगर यहाँ कोई खुले में शौच करते हुए दिखायी दिया तो अगली बार मल जेब की बजाय मुँह में भी हो सकता है। चौकाने वाली बात ये है की कुछ दिन पहले ही शहर को खुले में शौच मुक्त घोषित किया गया है। इसलिए इस घटना पर न ही प्रशासन और न ही मेयर साहब कुछ बोलने के लिए तैयार है।