बेंगलुरु हिंसा में गिरफ्तार युवक की मौत, मरने वालों की संख्या हुई चार

11 अगस्त को बेंगलुरु में पैगंबर साहब पर आपत्तिजनक पोस्ट पर पुलिस की और से कथित तौर पर कार्रवाई न किए जाने के बाद भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। हिंसा में कथित रूप से शामिल एक और व्यक्ति की पेट में लगी चोटों के कारण मौत हो गई।

पुलिस आयुक्‍त ने कहा, ‘वह (आरोपी सैयद नदीम) 12 (अगस्त) से जेल में था। कल रात सीने में दर्द के बाद उसे बोवरिंग अस्पताल लाया गया। संभवत: उसके पेट पर कुछ किसी ठोस वस्तु से चोट लगी थी।’ पुलिस ने सैयद नदीम (24) को देवरा जीवनहल्ली में हिंसा के सिलसिले में 12 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और तभी से वह जेल में था।

पुलिस ने बताया कि उसके कोरोना वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई और शुक्रवार की रात उसके सीने में दर्द होने के बाद उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां उसकी आज मौत हो गई। नदीम की मौत के संबंध में एक सवाल पर पंत ने उसकी मौत गोली लगने के कारण होने से स्पष्ट रूप से इनकार किया। उन्होंने कहा, ‘‘गोलियों का कोई लेना-देना नहीं है।’’

पुलिस ने इस मामले में 35 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। जिसके बाद गिरफ्तार आरोपियों की सख्या कुल 340 हो गई है। वहीं, डीजे हल्ली और केजी हल्ली पुलिस स्टेशन की सीमा के तहत आने वाले क्षेत्रों में आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लगाने की सीमा 18 अगस्त को सुबह 6 बजे तक बढ़ा दी गई है।

पूर्व उप मुख्यमंत्री जी परमेश्वर ने दावा किया कि गृह विभाग और पुलिस की पूर्ण विफलता की वजह से यह घटना हुई। उन्होंने कहा, “सरकार ने कहा है कि जिलाधिकारी इस मामले की जांच करेंगे लेकिन मैं मामले की उच्च न्यायालय के मौजूदा न्यायाधिश से न्यायिक जांच की मांग करता हूं।

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