कानपुर | रविवार को हुए रेल हादसे में मरने वालो की संख्या 133 तक पहुँच गयी है. जबकि 60 घायल लोगो की हालत गंभीर बतायी जा रही है. उधर खबर है की रेल मंत्री इस हादसे को लेकर आज संसद में बयान दे सकते है. वही रेल मंत्री ने हादसे की उच्चस्तरीय जांच के भी आदेश दिए है. इस हादसे के अगले दिन एक मालगाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गयी है.
मालूम हो की रविवार को पटना-इंदौर एक्सप्रेस , कानपुर के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गई. यह हादसा इतना भीषण था की रेलगाडी के करीब 14 डब्बे एक दुसरे के ऊपर चढ़ गए. कुछ डब्बे तो मलबे में तब्दील हो चुके है. इस हादसे के बाद सेना और NDRF की टीम मौके पर पहुँच गयी है. फ़िलहाल राहत और बचाव कार्य जारी है. एनडीआरएफ के महानिदेशक आरके प्रचंड ने बताया की NDRF की पांच टीमे घटनास्थल पर मौजूद है. हर एक टीम में 45 कर्मी है.
प्रचंड ने राहत बचाव कार्य के बारे में बताते हुए कहा की हादसे की वजह से कुछ यात्री अभी भी ट्रेन के डब्बो में फंसे हुए है. हम डब्बो को काटने के लिए कटर का इस्तेमाल कर रहे है. मौके पर काफी सावधानी भी बरती जा रही है क्योकि यात्रियों को सुरक्षित निकालना हमारी पहली प्राथमिकता है. उधर हादसे के बाद करीब 14 ट्रेन के रूट बदल दिए गए है वही चार ट्रेन को रद्द करना पड़ा है. इस रूट पर स्थिति आज सामान्य होने के आसार है.
इस हादसे में 150 लोगो को मामूली चोंटे आई है. रेलवे ने पीडितो को ले जाने के लिए एक स्पेशल ट्रेन भेजी है जो 350 लोगो को लेकर आज पटना पहुंचेगी. कानपुर से 60 किलोमीटर दूर पुखरायां में हुई इस घटना के शिकार लोगो को रेलवे , प्रधानमंत्री राहत कोष, मध्यप्रदेश सरकार और उत्तर प्रदेश सरकार ने मुआवजे की घोषणा की है. खबर है की रेल मंत्री सुरेश प्रभु आज संसद में बयान देंगे.