मशहूर शायर मुनव्वर राणा की बेटी सुमैया राणा और घंटाघर की प्रदर्शनकारी सैयद उजमा परवीन को उनके घर में नजरबंद किया गया है। उनके आवास के बाहर बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात है। आरोप है कि उज़मा और सुमैया राणा आज सीएम आवास का घेराव करने की तैयारी में थीं।
दरअसल, दोनों ने राज्य में महिलाओं के प्रति बढ़ते अपराध और कोविड संक्रमण को रोक पाने में राज्य सरकार को नाकाम बताते हुए प्रदर्शन करने का ऐलान किया था। सुमैया राणा ने सोमवार को सोशल मीडिया पर एक मैसेज भी सर्कुलेट किया था और अधिक से अधिक तादाद में महिलाओं को 5 कालिदास मार्ग पर इकट्ठा होने की अपील की थी।
उजमा ने आरोप लगाया कि कोरोना संक्रमण की बढ़ती रफ्तार को रोकने में केंद्र की मोदी सरकार और सूबे की योगी सरकार, दोनों ही सरकारें पूरी तरह विफल रही हैं। उन्होने कहा कि महामारी के दौर में बेरोजगारी भी बढ़ी है। हम सरकार को यह बताने जा रहे हैं तो हाउस अरेस्ट कर लिया जाता है और धारा 144 के उल्लंघन का नोटिस थमा दिया जाता है। यह पूरी तरह से अनैतिक है।
सुमैया का आरोप है कि उनके घर के बाहर तकरीबन 30-40 पुलिसवाले रात से ही बिठा दिए गए. उनके अपार्टमेंट में आने वाले हर व्यक्ति से पूछताछ की जा रही है। तलाशी ली जा रही है, जो गलत है। सुमैया राणा ने पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा कि वह कोई हिस्ट्रीशीटर नहीं है या कोई अपराधी नहीं है जो उनके साथ ऐसा बर्ताव किया जा रहा है।
इस संबंध में लखनऊ के संयुक्त पुलिस कमिश्नर नीलाब्जा चौधरी ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण प्रदेश में धारा 144 लागू है। संयुक्त पुलिस कमिश्नर ने कहा कि प्रदेश में धारा 144 लागू होने के कारण किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन, रैली के आयोजन पर पूरी तरह से रोक है।