मुज़फ्फरनगर | करीब चार साल पहले सम्प्रदायिक दंगो की आग में झुलसा मुज़फ्फरनगर एक बार फिर दहक गया. मुज़फ्फरनगर के गाँव भूपखेड़ी में ठाकुरो और दलितों के बीच हुए खुनी सघर्ष में 18 लोग घायल हो गए. जिसमे कई घायलों की हालत गंभीर बनी हुई है. फ़िलहाल स्थिति नियंत्रण में है लेकिन किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए गाँव में पुलिस और पीएसी के जवान डेरा डाले हुए है.
दरअसल मुजफ्फरनगर का भूपखेड़ी गाँव ठाकुर बहुल है. यहाँ कुछ परिवार दलितों के भी रहते है. इसलिए काफी समय से ठाकुरो को दलित फूटी आँख भी नहीं सुहाते। यही कारण है की ठाकुरो और दलितों के बीच पहले भी संघर्ष देखने को मिला था. जिसकी वजह से करीब 7 महीने तक पीएसी गाँव में पड़ी रही थी. मिली जानकारी के अनुसार बुधवार को गाँव में दलितों ने गुरु समनदास जी के जन्मदिवस के मौके पर एक सत्संग रखा हुआ था.
दलितों का आरोप है की सत्संग के दौरान ठाकुर समाज के लड़को ने उनकी लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की. जिसके बाद दोनों समुदाय में झड़प हो गयी. सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने दोनों पक्षों में सुलह कराकर उनको घर भेज दिया। लेकिन गुरुवार को एक बार फिर दोनों पक्ष आमने सामने आ गए. दोनों ही पक्षों ने एक दुसरे पर धारधार हथियारों से हमला बोल दिया। यही नहीं दोनों ही पक्षों में पथराव भी हुआ.
झड़प की सूचना मिलने पर कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची। आरोप है की एक पक्ष ने पुलिस के ऊपर भी पथराव किया। पुलिस ने कड़ी मसक्कत के बाद स्थिति को काबू में किया। इस दौरान पुलिस ने भीड़ पर लाठीचार्ज भी किया। इस संघर्ष में 18 लोग घायल हो गए जिनको पुलिस ने स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। इस संघर्ष में अम्बेडकर की मूर्ति को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया. फ़िलहाल इस मामले में इस मामले में पुलिस ने कई लोगो को हिरासत में लिया है.