झारखंड की बीजेपी सरकार द्वारा कथित तौर पर की जा रही नफरत की राजनीति को लेकर देश के सबसे बड़े ईसाई संगठन ने राज्य के मुख्यमंत्री की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से शिकायत की है.
भारत में रोमन कैथोलिक ईसाइयों के सबसे बड़े संगठन कैथोलिक बिशप्स काउंसिल ऑफ इंडिया ने अपनी शिकायत में कहा कि वह झारखंड में हो रही नफरत की राजनीति से परेशान हैं. संगठन ने प्रधानमंत्री से हस्तक्षेप की मांग करते हुए इसे रोके जाने की मांग की है.
शिकायत में गठन के सेक्रेट्री जनरल थिओडोर मास्कारेंहस ने कहा कि झारखंड में 2014 के चुनाव में पीएम मोदी ने खुद चुनाव प्रचार करते हुए ‘सबका साथ, सबका विकास’ की बात कही थी. लेकिन जीत के बाद से ही राज्य के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने ‘ईसाई समुदाय के खिलाफ विकृतिगत हमलों’ शुरू कर दिए.
उन्होंने कहा, ‘अगर मुख्यमंत्री विचारधारा की नफरत को रोकने में नाकाम हैं तो अब उनके जाने का समय आ चुका है. उन्होंने पीएम मोदी को चेतावनी देते हुए कहा कि ईसाइयों के खिलाफ फैलाई गई यह नफरत, जल्द ही हिंसा में भी बदल सकती है.
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ‘धर्म नाम पर हिंसा वाले अपने भाषण को याद दिलाया और कहा, आपने कहा था ‘धर्म नाम पर हिंसा को स्वीकार नहीं किया जाएगा. लेकिन ‘रघुवर दास और उनके सलाहकार जिस विचारधारा की आपने घोषणा की थी, उससे वे लोग संबंध नहीं रखते.
मास्कारेंहस ने कहा, प्रधानमंत्री जी, मैं आपसे अपील करता हूं कि आप झारखंड के मुख्यमंत्री द्वारा फैलाई गई नफरत के मामले में दखल दें और इस नफरत को खत्म कर दें.’