उन्नाव गैंगरेप केस की जांच कर रही CBI को आरोपी BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के खिलाफ अहम सबूत मिले हैं. जिससे पीड़िता के साथ उसके द्वारा किये गए दुष्कर्म की पुष्टि होती है.
सीबीआई का कहना है कि उन्हें ऐसे सबूत मिले हैं, जिनसे कुलदीप सेंगर की इस मामले में संलिप्तता की बात साबित होती है. इसके अलावा मामले में पुलिस द्वारा शुरुआत में लापरवाही बरते जाने के भी सबूत मिले हैं.
बता दें कि उन्नाव की एक युवती ने आरोप लगाए थे कि 4 जून 2017 को उसके साथ बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर ने रेप किया. आरोप है कि शशि सिंह नाम की महिला नौकरी का झांसा देकर युवती को विधायक कुलदीप सेंगर के पास लाई थी जहां उसके साथ रेप किया गया.
सीबीआई का कहना है कि फोरेंसिक जांच की रिपोर्ट और घटनाक्रम को रिकंस्ट्रक्ट करने के बाद वह इस निष्कर्ष पर पहुंची है कि पीड़िता द्वारा लगाया गया गैंगरेप का आरोप सही है. सीबीआई ने अब तक इस मामले में आरोपी विधायक सेंगर, पीड़िता के पिता की पीट-पीट कर हत्या के आरोपी विधायक के भाई अतुल सेंगर, कुलदीप सेंगर की नजदीकी सहयोगी रही महिला शशि सिंह ढेरों लोगों से पूछताछ की है.
इसके अलावा सीबीआई ने पूरे घटनाक्रम को क्रमवार तरीके से रीकंस्ट्रक्ट भी किया. पीड़िता ने 164 के तहत दर्ज बयान में घटना का जो ब्यौरा दिया है, वह सीबीआई द्वारा घटनाक्रम के रिकंस्ट्रक्शन में सही पाया गया.
सीबीआई को मामले में स्थानीय पुलिस की लापरवाही के भी सबूत मिले हैं. सीबीआई की अब तक की जांच में सामने आया है कि पहली बार दर्ज करवाई गई FIR में पुलिस ने आरोपी विधायक का नाम शामिल ही नहीं किया था.
गौरतलब है कि पीड़िता इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने भी गई थी लेकिन मुलाकात नहीं हो सकी थी. बाद में पीड़िता के पिता को विधायक के भाई ने साथियों के साथ मिल कर इतना पीटा कि उनकी मौत हो गई.