पैराडाइज पेपर्स ने दुनिया भर के टैक्स चौरों के बारें में खुलासा कर हलचल मचा दी है. पैराडाइज पेपर लीक में 714 भारतीयों का नाम सामने आया है. जिसमे बीजेपी के दो बड़े नेता राज्यसभा सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा और जयंत सिन्हा का भी नाम है.
ऐसे में अब गुजरात और हिमाचल प्रदेश में चुनावों के बीच बीजेपी के लिए नई मुसीबत पैदा कर दी है. इस मामले में केन्द्र में मंत्री जयंत सिन्हा ने सफाई देते हुए कहा कि उनकी विदेश में बसी इन कंपनियों से कोई लेना-देना नहीं है. वहीँ बीजेपी सांसद रविन्द्र किशोर सिन्हा ने सात दिन का मौन व्रत धारण कर लिया है.
सोमवार को जब इस बारे में सिन्हा की प्रतिक्रिया लेने मीडिया पहुंची, तो उन्होंने पेपर में लिखकर जवाब दिया कि वह सात दिनों के मौन व्रत पर हैं. उन्होंने लिखा, “7 दिन के भागवत यज्ञ के लिए मौन व्रत है.”
#WATCH: BJP MP Ravindra Kishore Sinha's reaction on being asked about a news report of his security firm being linked to 2 offshore entities pic.twitter.com/AryNIJdq8h
— ANI (@ANI) November 6, 2017
सिन्हा के लिखित वक्तव्य के मुताबिक वह एक धार्मिक अनुष्ठान के चलते अगल 7 दिनों तक मौन व्रत पर हैं लिहाजा उनके लिए कुछ भी बोलना मुमकिन नहीं है.
बिहार से 2014 में रविन्द्र किशोर सिन्हा ने बतौर बीजेपी सदस्य राज्य सभा में शामिल हुए. वह देश के सबसे अमीर लोकसभा सांसद है. सिन्हा प्राइवेट सिक्योरिटी सर्विस फर्म एसआईएस (सिक्योरिटी एंड इंटेलिजेंस सर्विसेज) के प्रमुख हैं.