नई दिल्ली | नोट बंदी को कालेधन के खिलाफ सबसे बड़ी लड़ाई बताया जा रहा था. लेकिन 20 दिनों बाद ही नोट बंदी को कैश लेस सोसाइटी की तरफ बढ़ता हुआ कदम बताया जाने लगा. अब प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सभी विधायको और सांसदों को अपने बैंक अकाउंट की डिटेल देने के लिए कहा है. शायद इस कदम से प्रधानमंत्री यह साबित करना चाहते है की हम कालेधन के प्रति गंभीर है और इस लड़ाई में हम पार्टी के अन्दर भी स्वच्छता अभियान चला रहे है.
मंगलवार को बीजेपी की संसदीय समिति को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा की बीजेपी के सभी सांसद और विधायक , अपने बैंक खातो की डिटेल अमित शाह के पास जमा कराये. इसके लिए आपके पास 1 जनवरी तक का समय है. मिली जानकारी के अनुसार मोदी ने 8 नवम्बर से लेकर 31 दिसम्बर तक के बीच की डिटेल जमा करने का आदेश दिया है.
संसदीय समिति की बैठक से बाहर निकलकर बीजेपी नेता अनंत कुमार ने बताया की सभी सांसदों और विधायको को निर्देश दिया गया है की वो अपनी बैंक डिटेल अमित शाह के पास जमा कराये. उधर संसद आज भी सुचारू रूप से नही चल पायी. संसद शुरू होते ही सदन के दोनों सदनों में हंगामा शुरू हो गया. इसके बाद लोकसभा और राज्यसभा को एक घंटे के लिए स्थगित कर दी गयी.
उधर मोदी के आदेश पर प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट किया की आखिर 8 नवम्बर के बाद की ही डिटेल क्यों जमा कराई जा रही है. नोट बंदी से पहले क्यों नही? नोट बंदी से 6 महीने पहले की डिटेल जमा करवानी चाहिए थी. उधर आप नेता आशुतोष ने ट्वीट किया की आखिर अमित शाह को डिटेल क्यों जमा करनी है? अब अमित शाह आयकर विभाग का काम करेंगे. ये डिटेल सार्वजानिक होनी चाहिए.