बिहार और पश्चिम बंगाल के पूर्व राज्यपाल ए आर किदवई बुधवार को 96 वर्ष की उम्र में इंतेकाल फरमा चुके हैं. उनको आज जामिया कब्रिस्तान में तद्फिन किया जाएगा. किदवई के परिवार में दो बेटे और चार बेटियां हैं.
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किदवई के इंतेकाल पर दुख व्यक्त करते हुए ट्वीट किया, डाक्टर एआर किदवई के निधन से मैं व्यथित हूं. उनके लंबे सार्वजनिक जीवन में कई भूमिकाएं एवं जिम्मेदारियां शामिल हैं. शिक्षा और समाज कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान करने वाले किदवई की आत्मा को ईश्वर शांति प्रदान करे.
My condolences on the passing away of Dr. AR Kidwai. His long career in public life included many roles & responsibilities: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 24, 2016
Dr. AR Kidwai distinguished himself in the fields of education and social welfare. May his soul rest in peace: PM @narendramodi
— PMO India (@PMOIndia) August 24, 2016
कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने शोक संदेश में कहा, बिहार, बंगाल और हरियाणा के पूर्व राज्यपाल डाक्टर एआर किदवई के निधन से गहरा दुख हुआ.
Deeply saddened by the passing away of Dr AR Kidwai former Gov of Bihar,Bengal &Haryana.A scholar&a humanist his loss will be deeply mourned
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 24, 2016
1920 में जन्मे अखलाक उर्रहमान किदवई रिकार्ड 17 साल तक बिहार में दो बार, पश्चिम बंगाल और हरियाणा के राज्यपाल रहे. उनके पास पंजाब और राजस्थान के राज्यपाल का अतिरिक्त प्रभार भी रहा एवं वह दिल्ली और चंडीगढ़ के प्रशासक भी रहे.
वर्ष 2000 से 2004 तक राज्यसभा का सदस्य रहने के अलावा उन्होंने 1974-78 तक संघ लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष के तौर पर भी सेवाएं दीं. उन्होंने 1942 के भारत छोड़ो आंदोलन में सक्रिय रूप से हिस्सा लिया था.