लखनऊ। मिशन 2017 की तैयारी में जुटी बीजेपी के लिए आजम खां और नसीमुद्दीन सिद्दीकी के तीखे बोल मददगार साबित हो सकते हैं। लोकसभा चुनावों में 73 सीट जीतने वाली एनडीए इस बार भी ध्रुवीकरण की राजनीति अपना सकती है। बीजेपी इस फंडे पर भी काम कर रही है कि मुस्मिल वोट डिवाइड हो जाएं। आजम खां और नसीमुद्दीन सिद्दीकी अपने सियासी दल की ओर मुस्लिमों को लुभाने में लगे हैं। इसका सीधा मतलब है कि इन दोनों दलों में अगर मुस्लिम गए तो इसका सीधा फायदा बीजेपी को मिलेगा।
आपको बता दें कि आजम खां और नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने पीएम नरेंद्र मोदी की निजी जिंदगी पर छींटाकशी की थी। यह दोनों का मुस्लिम वोटरों को अपने पाले में करने का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा था। लेकिन राजनीतिक विश्लेषकों की मानें तो यह मास्टरस्ट्रोक कम हिटविकेट होने जैसा ज्यादा है। क्योंकि कट्टर हिंदू वोटरों के साथ ही कुछ हिंदू वोटरों की सिम्पैथी मोदी के पक्ष में जा सकती है। अगर ऐसा होता है तो बीजेपी लोकसभा चुनाव की सफलता को दोहरा सकती है। (indiavoice)