नई दिल्ली | मंगलवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गाँधी और पी चिदम्बरम के हमले से बेक फुट पर आई मोदी सरकार को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सहारा दिया. अरुण जेटली ने राहुल और चिदम्बरम के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा की उन्होंने अपने दोनों कार्यकाल में भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नही किया इसलिय इन लोगो को परेशानी हो रही है. अरुण जेटली ने नोट बंदी के फायदे बताते हुए कहा की इससे सरकार के टैक्स कलेक्शन में वृद्धि होगी.
आज सुबह राहुल गाँधी ने दादरी अनाज मंडी पहुंचकर नोट बंदी पर सरकार को घेरा. इसके कुछ देर बाद ही पूर्व वित्त मंत्री पी चिदम्बरम ने नोट बंदी को गरीबो के लिए अभिशाप करार दिया. उन्होंने कहा की इसका हाल तो ऐसा है की खोदा पहाड़ निकली चुहिया. विपक्ष के हमलो से परेशान मोदी सरकार ने वित्त मंत्री अरुण जेटली को सभी आरोपों का जवाब देने के लिए आगे किया.
जेटली ने नोट बंदी के फायदे गिनाते हुए कहा की इससे सिस्टम में जो लूज पैसा था वो बैंकिंग सिस्टम में आ जायेगा. इससे सरकार को और अधिक टैक्स मिलेगा. इसके अलावा हम कैश लेस इकॉनमी की तरफ बढ़ रहे है. इससे अपने आप आतंकवाद, ब्लैक मनी और फेक करेंसी खत्म हो जाएगी. कैश लेस से होने वाले हर ट्रांजैक्शन पर सरकार टैक्स वसूल सकेगी. जब सरकार के पास ज्यादा पैसा होगा तो वो विकास के कार्य भी अधिक कर सकेगी.
कांग्रेस पर पलटवार करते हुए जेटली ने कहा की यूपीए शासनकाल के दौरान भ्रष्टाचार के अलावा कुछ नही हुआ. उन्होंने कालाधन खत्म करने के लिए कोई कारगार कदम नही उठाया. इसलिए उन्हें अब परेशानी हो रही है. लोगो को हो रही समस्याओ पर बोलते हुए अरुण जेटली ने कहा की रिज़र्व बैंक रोजाना बैंकिंग सिस्टम को इतने पैसे दे रहा है जितनी जरुरत है. जैसे ही बाजार में पैसा सर्कुलेशन में आएगा, समस्या खत्म हो जाएगी. वैसे प्रेशर अब काफी कम होने लगा है.