नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस ने सोमवार को कहा कि जामिया मिल्लिया इस्लामिया हिंसा और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगा मामले की निष्पक्ष जांच की गई और फॉरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद गिरफ्तारियां हुईं. दिल्ली पुलिस ने कुछ वकीलों और कार्यकर्ताओं द्वारा जांच पर सवाल उठाने के बाद यह बयान दिया.
दिल्ली पुलिस ने ट्वीट किया,’जामिया और उत्तर पूर्व (दिल्ली) दंगा मामलों की जांच दिल्ली पुलिस ने ईमानदारी से और निष्पक्ष रूप से की.’ उसने लिखा, ‘सभी गिरफ्तारियां वैज्ञानिक और फोरेंसिक सबूतों के विश्लेषण के बाद की कई, जिसमें वीडियो फुटेज आदि शामिल हैं.”
गौरतलब है कि पिछले साल दिसम्बर में जामिया मिल्लिया इस्लामिया से कुछ मीटर दूर संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद पुलिस कथित तौर पर परिसर में दाखिल हुई थी. पुलिस ने कहा कि दिल्ली पुलिस कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने और उत्तर पूर्व दिल्ली दंगों के साजिशकर्ताओं, आरोपियों को कानून के दायरे में लाने और पीड़ितों को न्याय दिलाने को प्रतिबद्ध है.
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— Delhi Police (@DelhiPolice) April 20, 2020
फरवरी में हुई साम्प्रदायिक हिंसा में 53 लोगों की जान गई थी और 200 से अधिक लोग मारे गए थे. उसने कहा, ‘यह (जांच) निहित तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों से प्रभावित नहीं होगी.’ बता दें कि अनुराग कश्यप, विशाल भारद्वाज, महेश भट्ट, रत्ना पाठक शाह सहित 20 से अधिक फिल्मी हस्तियों ने रविवार को एक बयान जारी कर दिल्ली पुलिस द्वारा छात्रों और कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की आलोचना करते हुए रिहाई की मांग की थी.