जयपुर: सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ने शनिवार को भारतीय सैनिक के अंतराष्ट्रीय सीमा पर की गई बर्बरता को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान की बर्बरता का बदला लेने की आवश्यकता है।
आर्मी चीफ ने कहा, ‘हमें आतंकवादियों और पाकिस्तान सेना की बर्बरता का बदला लेने के लिए कठोर कार्रवाई करने की जरूरत है। अब उन्हें वैसे ही जवाब देने का समय है, लेकिन उसी प्रकार की बर्बरता का सहारा लिए बिना। मुझे लगता है कि दूसरी तरफ भी ऐसा ही दर्द महसूस होना चाहिए।’
बीएसएफ के एक जवान के शव से हैवानियत की घटना पर इस तरह का कृत्य अस्वीकार्य है और बिना बर्बरता के इसका बदला लिए जाने की जरूरत है। जनरल बिपिन रावत ने कहा, ‘मुझे लगता है कि हमारी सरकार की नीति काफी स्पष्ट और संक्षिप्त रही है। बातचीत और आतंकवाद साथ नहीं चल सकते। पाकिस्तान को आतंकवाद के खतरे को रोकने की जरूरत है।’
But I don't agree that it reduces our spirit. It's not that we don't have some other option. I don't want to talk specifically about Rafale, but modern weapons are the need of every force. The delay in the composition is not good for the forces: Army Chief General Bipin Rawat
— ANI (@ANI) September 22, 2018
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत के बयान पर पाकिस्तानी सेना का भी बयान सामने आया है। पाकिस्तान की सेना ने कहा कि वह युद्ध के लिए तैयार है लेकिन उसने अपने लोगों के हित में शांति के रास्ते पर चलना पसंद किया है।
पाकिस्तानी अखबार ‘डॉन’ के मुताबिक, ‘दुनिया टीवी’ को दिए एक इंटरव्यू में पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता आसिफ गफूर ने कहा कि देश का आतंकवाद से लड़ने का लंबा रिकॉर्ड रहा है और हम शांति के लिए कीमत जानते हैं। उन्होंने कहा कि हमने पिछले दो दशकों में शांति हासिल करने के लिए संघर्ष किया है। हम कभी किसी सैनिक का अपमान करने के लिए कुछ नहीं कर सकते।