देश में रोहिंग्या मुस्लिमों के खिलाफ माहौल में फर्जी ख़बरों का इस्तेमाल किया जा रहा है. इस बात का खुलासा उस वक्त हुआ जब न्यूज़ एजेंसी ‘एएनआई’ (ANI) ने रोहिंग्या मुस्लिमों से जुड़ी फर्जी खबर को प्रकाशित करने के लिए माफी मांगी.
दरअसल एजेंसी ने 12 अक्टूबर को एक खबर प्रकाशित की थी, जिसमे कहा गया था कि नागालैंड पुलिस की खुफिया शाखा ने रोहिंग्या शरणार्थियों के संभावित हमले को लेकर चेतावनी जारी की है.
साथ ही स्टोरी में दावा किया गया था कि दीमापुर के इमाम ने नागालैंड के लोगों पर हमला करने के लिए बांग्लादेश से हथियारों और गोला-बारूद लाने के लिए रोहिंग्या विद्रोहियों से संपर्क किया.
हालांकि इस खबर का कोई स्त्रोत न होने के कारण ‘खुफिया स्रोतों’ का हवाला दिया गया था, लेकिन खबर के फर्जी होने की पुष्टि होने पर एजेंसी को इसे हटाना पड़ा. एजेंसी की एडिटर स्मिता प्रकाश ने इस सबंध में ट्विटर पर माफ़ी भी मांगी.
उन्होने ट्वीट कर खेद जताया और बताया कि इस स्टोरी को आगे बढ़ाने वाले कॉपी एडिटर को एजेंसी से हटा दिया गया है. इस खबर के गलत होने के बारें में एजेंसी को ग्रेजी अखबार ‘द मोरंग एक्सप्रेस’ (The Morung Express) ने जानकारी दी थी.