उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के गांव करथिया में 26 बच्चों को बंधक बनाने वाले शख़्स सुभाष बाथम की पुलिस मुठभेड़ में मौत हो गई है। सभी बच्चे को भी सुरक्षित रिहा करा लिया गया है।
कानपुर परिक्षेत्र के पुलिस महानिरीक्षक मोहित अग्रवाल ने ‘सुभाष बाथम’ की मौत की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि कानपुर आइजी मोहित अग्रवाल की अगुवाई वाली पुलिस टीम पर उसने हमला बोला। बम से उड़ाने की धमकी दी थी। जवाबी कार्रवाई में उसे मार गिराया गया।
मोहित अग्रवाल ने बताया कि अपहर्ता प्रति बच्चा एक करोड़ रुपए की मांग कर रहा था. इसके साथ ही वो अपने ऊपर चल रहे हत्या के मुक़दमे को भी वापस लिए जाने की मांग कर रहा था। सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूरी पुलिस टीम को 10 लाख रुपये इनाम के तौर पर देने की घोषणा की है।
बीबीसी के अनुसार, गुरुवार दोपहर बेटी के जन्मदिन के बहाने सुभाष बाथम ने गांव के बच्चों को अपने घर दावत पर बुलाया था। सभी बच्चे दोपहर क़रीब तीन बजे तक उनके घर पहुंच गए। इसके बाद सुभाष बाथम ने घर के मुख्य दरवाज़े को अंदर से बंद कर लिया। शाम क़रीब साढ़े चार बजे जब एक महिला अपने बच्चे को लेने पहुंची, तब उसे पता चला कि बच्चे सुभाष बाथम के क़ब्ज़े में हैं। महिला ने ही पुलिस को सूचना दी।
UP Additional Chief Secretary&Principal Secretary Home Awanish K Awasthi: Chief Minister has announced an award of Rs 10 lakhs for UP police&its team that successfully carried out the operation. All personnel who took part in operation will be given certificate of appreciation. https://t.co/QMcp8pD9k0
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2020
गांव वाले और पुलिस जब उन्हें छुड़ाने पहुंचे तो उसने गोलीबारी की। बम फेंका। इसमें कोतवाल समेत तीन पुलिसकर्मी घायल हो गए। इसके अलावा समझाने पहुंचे चोरी के मामले में जमानत लेने वाले दोस्त को भी उसने गोली मार दी। हालांकि देर रात उसने आदेश बाथम की 6 महीने की बेटी शबनम को छत के मोखले से पुलिस को सौंप दिया।
इसके बाद उसने डीएम के नाम एक टाइप किया हुआ पत्र बाहर फेंका, जिसमें लिखा है कि प्रधान ने उसे कालोनी नहीं दी और न ही शौचालय बनवाया। वहीं देर रात आइजी मोहित अग्रवाल भी गांव पहुंच गए और अफसरों से पूरी जानकारी ली।
Farrukhabad Police: More than 15 children, and a few women, have been held hostage at a house by a man. Incident of firing has also taken place. Operation to rescue them is underway. Senior police officers are present at the spot. https://t.co/SFoEdEuq7g pic.twitter.com/PkPALZ4Z4Y
— ANI UP (@ANINewsUP) January 30, 2020
इसके बाद ग्रामीणों के सब्र का बांध टूट गया और उन्होंने सुभाष के घर का दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाल लिया। इसके बाद गुस्साई भीड़ ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। इसके बाद वह छुड़ाकर अंदर भागा तो पीछे से पुलिस भी घुस गई। इस पर वह फिर फायरिंग करने लगा, जवाबी फायरिंग में पुलिस की गोली लगने से सुभाष की मौत हो गई। इसके बाद पुलिस ने घर में बने बेसमेंट से बच्चों को सकुशल निकाल लिया।