अयोध्या में बाबरी मस्जिद की जमीन राम मंदिर के लिए देने की वकालत करने वाले मौलाना सलमान नदवी को ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) ने बाहर का रास्ता दिखा दिया है.
न्यूज एजेंसी ANI के मुताबिक AIMPLB की बैठक में कहा गया कि बोर्ड के सभी सदस्यों को वही बातें कहनी चाहिए जो बोर्ड का आधिकारिक स्टैंड होता है. नदवी का बेंगलुरु में श्री श्री रविशंकर से मुलाकात और अयोध्या के विवादित स्थल से दूर मस्जिद के निर्माण की वकालत वाला बयान अनुशासनहीनता माना गया है.
AIMPLB के सदस्य कासिम इलयास ने मौलाना नदवी को निकाले जाने की जानकारी देते हुए रविवार को कहा, ‘समिति ने ऐलान किया कि AIMPLB अपने पुराने रुख पर कायम रहेगा कि मस्जिद को न तो गिफ्ट किया जा सकता है, न बेचा जा सकता है और न शिफ्ट किया जा सकता है। क्योंकि सलमान नदवी इस एकमत रुख के खिलाफ गए, इसलिए उनको बोर्ड से निकाला जाता है.’
Committee announced AIMPLB Board will continue with its old stand that Mosque cannot be gifted, sold or shifted. Because Salman Nadwi has gone against this unanimous stand, he has been expelled: Qasim Ilyas (AIMPLB member) on Salman Nadwi pic.twitter.com/VsU6GmD6e0
— ANI (@ANI) February 11, 2018
AIMPLB ने शुक्रवार को ही हैदराबाद में अपनी बोर्ड मीटिंग में नदवी के फॉर्म्युले को सिरे से खारिज कर दिया था. दरअसल नदवी ने कहा था कि हंबली मसलक के मुताबिक, मस्जिद दूसरी शिफ्ट की जा सकती है. हम मस्जिद में बुत नहीं रख रहे, बल्कि मस्जिद शिफ्ट करने की बात कर रहे हैं. ये देश और मुसलमानों के हित में है.
इस पर ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा कि अयोध्या मुद्दे पर उसके रुख में कोई बदलाव नहीं है, क्योंकि ‘जब एक बार मस्जिद बनती है तो अनंत काल तक यह मस्जिद रहती है.’